Tere Mere Darmiyaan - 7 in Hindi Love Stories by CHIRANJIT TEWARY books and stories PDF | तेरे मेरे दरमियान - 7

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तेरे मेरे दरमियान - 7

आदित्य विकी का कॉलर पकड़ता है और विकी को एक जौरदार थप्पड़ मारता है । जिससे फिर से सभी हैरान हो जाता है । आदित्य विकी का कॉलर पकड़ता है और कहता है ।


आदित्य: - बड़ों से और लड़की से बात करने ता तमीज नही है तुम मे । चल मेडम को सॉरी बोल वरना यही गाड़ दूगां तुझे ।


आदित्य के ऐसा कहने पर अशोक और जानवी आदित्य को दैखता ही रहता है । तभी वहां पर भरत कहता है ।


भरत :- आदित्य ये क्या कर रहे हो । तुम जानते नही ये कौन है । ये अगर चाहे तो हमारी कंपनी बंद करा सकता है । विकी इसकी तरफ से मैं आपसे माफी मांगता हूँ और मैं वादा करता हूँ के कल से ये तीनो ऑफिस नही आएगे ।



अशोक :- ये आप क्या कर रहे है ? आप सब जानते हूए भी ऐसा नही कर सकते ।


 भरत :- आप अब शांत रहिए अशोक जी । मैं अपनी कंपनी बंद नही करा सकता ।


मोनिका :- इसे तो यही सजा मिलनी थी । अब भुगतो , सज़क पर भिक मागों । 



तभी वहां पर विद्युत तिवारी अपने बड़े बेटे अनय के साथ वहां पर पहूँचता है । विद्युत को दैखकर सभी उसके पास जाने लगता है । तभी मोनिका विकी से कहता है ।


विकी :- इस भिकारी को पार्टी से निकालने का वक्त आ गया है ।


मोनिका के इतना कहने पर विकी विद्युत तिवारी के पास जाता है ।आदित्य अपने पापा और को दैखकर अपना सर निचे कर लेता है और दुसरी और चला  जाता है ।



विद्युत और अनय आदित्य को दैखकर हल्की मुस्कान देता है । तभी विकी वहां पर पहूँच जाता है । विकी अनय और विद्युत से आदित्य और अशोक की शिकायत करने लगता है ।

अनय :- क्या बात है विकी । तुम इतना परेशान क्यों हो ? और तुम्हारा ये गाल लाल लाल क्यो होके है ।



विकी :- ये सब उस आदित्य के वजह से हूआ है ।


मोनिका :- हां सर । ये सब उस आदित्य ने किया है । देखिए ना कैसे विकी का गाल सुज गया है । हमने उसे नौकरी से निकलवा दिया ।



अनय :- क्या । उसे नौकरी से कौन निकाला ?


भरत :- मैने निकाला सर । उसकी हिम्मत तो देखिए उसने आपके इम्पालाई के उपर हाथ उठाया । तो मैने भी उसो कह दिया के कल से ऑफिस आने की जरुरत नही है । उसकी हिम्मत तो देखिए । उसने आपक  एम्पलाई को बेज्जत किया इसका मतलब मेरे को बेज्जत किया ।



तभी वहां पर अशोक आ जाता है और आयान से कहता है ।



अशोक :- ये सब झुट बोल रहा है बेटा । गलती आदित्य की नही है । इस विकी की है जो पहले उसका कॉलर पकड़ा और उसे निचा दिखाया । और सबसे बड़ी गलती इस लड़की की है जो पहले आदित्य की गर्लफ्रेंड हूआ करती थी । पर अब ये इसके साथ होके है । क्योकी ये आदित्य से ज्यादा पैसा कमाता है ।



मोनिका :- हां तो क्या हूआ । मेरी लाईफ है मेरी मर्जी । मैं किसी के साथ भी रहूँ । पर वो भिखारी अब यहां नही रह सकता ।



आदित्य को भीखारी कहने पर अनय को बहोत गुस्सा आता है पर विद्युत अनय का हाथ पकड़ लेता है । इधर कृतिका और रमेश भी आयान से बात करने के लिए जाना चाहता है पर आदित्य कृतिका का हाथ पकड़ लेता है और मना करता है ।अनय और विद्युत आदित्य के पास जाता है । और उसके साथ साथ बड़े गर्व से विकी , मोनिका , भरत और अशोक भी जाता है ।


अनय :- तो तुम हो आदित्य । जिसने विकी को थप्पड़ मारा ।


अनय को आदित्य से बात करते दैखकर रमेश और कृतिका हल्की मुस्कान देने लगी । क्योकी वो जानते थे के अनय आदित्य का बड़ा भाई है ।


आदित्य: - जी मैने मारा है ।


अनय :- ये जानते हूए भी के कौन है किसका आदमी है ।


आदित्य: - जी । 


अनय :- तुम जानते हो इसका तुम पर क्या असर पड़ सकता है।


कृतिका :- पर भईया । ( कृतिका अनय को भईया कहकर बुलाती है तो सभी हैरान हो जाता है । अनय भी मन ही मन सौचता है के कृतिका उसे सबके सामने भैया क्यों बोल रही ही  ।


तभी आदित्य कृतिका के कान मे धिरे से कहता है । )



आदित्य: - ये कर रही हो , भैया नही सर बोलो ।


कृतिका :- अम्म । मेरा मतलब है सर । ये जो आपका एम्पलाई है ना इसी ने आके पहले आदित्य का कॉलर पकड़ा और धमकी देने लगा । हम तो अकेले दुसरे जगह पर आपस मे बात कर रहे थे ।  फिर यही हमारे पास आया और आदित्य से बदतमीजी करने लगा । और जब अशोक सर आपके इम्पालाई को समझाने लगा तो इस विकी ने इनका भी कॉलर पकड़ा और बदमिजी की । 



विद्युत: - देखो बेटा । तुम्हें घबराने की कोई बात नही है । एम्पलाई चाहे किसी का भी हो , जो गलत है वो गलत है ।


 विद्युत अपने बेटे अनय  से विकी के बारे मे पुछता है ।



विद्युत: - अनय ये कौन है ? क्या ये हमारे कंपनी मे काम करता है ?



अनय :- हां पापा । ये हमारे नये प्रोजेक्ट की दैखभाल कर रहा है ।



विद्युत :- देखो विकी तुमसे मैं आज एक बात बोल रहा हूँ उसे हमेशा याद रखना । हमेशा अपने से बड़ो की इज्जत करना और जितना हो सके अपने आप पर काबु रखना ताकी तुम्हारे वजह से कंपनी को और किसी और को तकलीफ नही होनी चाहिए ।



विकी :- पर सर उसने मुझे थप्पड़ ।



विद्युत :- ये तो इसका अच्छाई है जो इसने तुम्हें सिर्फ थप्पड़ मारा । वरना तुमने जो हरकत कि है उसके लिए तो तुम्हें बहोत पिटना चाहिए था । जाओ और जाके अशोक जी और आदित्य से माफी मांगों ।



विकी :- पर सर ....।



विद्युत: - Do as i say .



विद्युत के ऐसा कहने पर सभी हैरान थे और सबसे ज्यादा डर तो भरत को था क्योकी उसने तो उसे नोकरी से भी निकाल दिया था । विकी अब भी चुप चाप वहां खड़ा था , और पार्टी मे आए सभी का रिएक्शन दैख  रहा था ।


सभी विकी की और दैख रहा था । विकी बहोत शर्मिंदगी महसुस कर रहा था । तभी मोनिका विकी से कहती है ।




मोनिका :- ये क्या कर रहे हो विकी । मांग लो ना माफी । वरना कही विद्युत सर तुम्हें नोकरी से ना निकाल दे । इस आदित्य को तो हम बाद मे भी दैख लेगें । विकी , मांफी मांग लो । 



मोनिका कहने पर विकी गुस्से से आदित्य की और दैखता है और फिर कहता है ।


 

विकी:- I am sorry . I am sorry अशोक सर । आप दोनो मुझे माफ कर दिजिए । आंईदा से मुझसे ऐसी गलती कभी नही होगी ।



विकी के इतना कहने पर अशोक और आदित्य हल्की मुस्कान देता है और पार्टी मे मौजुद सभी विकी की दैख कर हंसने लगता है । तभी वहीं पर मौजुद भरत विद्युत से कहता है ।


भरत :- सर मुझे भी माफ कर दिजिए मैं उस विकी के बात पर आकर आदित्य और उसके दोस्त को नौकरी से निकाल दिया था । मैं , मैं डर गया था सर के कही आप नाराज ना हो जाओ ।