Kala Gulaab - 3 in Hindi Love Stories by shradha nagavanshi books and stories PDF | काला गुलाब - भाग 3

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काला गुलाब - भाग 3

भाग3: अनु ने गहरी सांस ली और खामोश हो गई। उसकी आंखों में सवाल तैर रहे थे, लेकिन जवाब देने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी। ट्रेन अपनी रफ्तार से पहाड़ों की तरफ बढ रही थी। बाहर का नजारा बदल चुका था। हरी _भरी घाटिया धुंध से ढकी हुई थी। लेकिन अनू का दिल का भोज कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था। उसने मन ही मन सोचा_"क्या सच में... मैं राज को बुला नहीं पा रही हुं ? ट्रेन अपनी पूरी रफ्तार से चल रही थी। सूरज धीरे-धीरे ढल रहा था। और खिड़की से आती सुनहरी रोशनी अनु के ऊपर पढ़ रही थी। अनु खिड़की से बाहर देखती रही। पेड़ खेत सब कुछ पीछे छूटते जा रहे थे। मधु अपनी सीट पर सो गई थी, लेकिन अनु की नींद जैसे कहीं खो गई थी। तभी किसी ने धीमी आवाज में कहा_ "माफ कजिए, ये  सीट खाली है क्या ? "अनुने सिर उठाया। सामने एक लंबा एक अजनबी लड़का खड़ा था। लंबा साफ रंग, आंखों मे अजीब सी गहराई थी। उसकी मुस्कान में एक सुकून था, पर नजरों में कुछ छुपा हुआ था। अनु ने हल्के स्वर में कहा_"जी ... जी हां बैठ जइए । " वो सामने वाली सीट पर बैठ गया। कुछ पल खमोशी रही, सिर्फ ट्रेन की आवाज गूंजती रही। थोड़ी देर बाद उसने पूछा _"आप जम्मू जा रही है? अनु ने कहा_"राजौरी"लड़के ने मुस्कुरा कर कहा_ "सुना है वहां की घाटिया बहुत ज्यादा खूबसूरत है... जैसे कोई अधूरी कहानी।"अनु ने उसे देखा, उसके शब्द जैसे सीधे उसके दिल में उतर     गये। वह सच में डूब गई_अधूरी कहानी... क्या मेरी भी कहानी अधूरी है, ट्रेन अंधेरे में दौड़ रही थी। बाहर ठडी हवा चल रही थी, और अनु को महसूस हुआ हआ। जैसे इस सफर में कुछ अजीब होने वाला है। अनु (धीरे से मधु से)"मधु , यह लड़का मुझे कहीं देखा देखा लग रहा है। मधु :"ह हम ... शायद किसी कॉलेज फेस्ट में?"अनु बस  सिर हिला कर चुप हो गई। थोड़ी देर बाद ट्रेन झटका खाती है, और वही लड़का उठकर अनु के पास आता है मैंम आप ठीक तो है ना। अनु डर के बोलती है तुम हो कौन। वह लड़का बोलता है ।मुझे राज सर ने जहां भेजा है। अनु को पसीना आने लगता है। अनु अपना समान समेटने लगती है। और वह मधु के  साथ वहां से निकलने लगती है। तभी वह लड़का फोन करता है राज को सर जहां से वो कहीं जा रही है। तभी ट्रेन रुक जाती है । और ट्रेन में  काले  कपड़े पहने गॉड अंदर आते हैं।उनके हाथों में बंदूक थी। उनके साथ राज था । वह अनु के पास आया। अनु डर के मारे पीछे हटने लगी। उसने राज की तरफ देखते हुए कहा। तुम कौन हो। राज बोला। ओ बेबी इतनी जल्दी भूल गई। बो उसके पास जाकर उसकी कमर पकड़ लेता है। अनु  बोली  प्लीज मुझसे दूर रहो। मैं तुमसे प्यार नहीं करती। आई हेट यू। तुम माया के साथ रहो। अगर आप सबको मेरी स्टोरी अच्छी लग रही है कमेंट।