hindi Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • पानी का धर्म

    पानी का धर्म तब भारत का बंटवारा नहीं हुआ था, अंग्रेजों का शासन था, आजादी की लड़...

  • उगते नहीं उजाले

    लाजो आज सुबह से ही बहुत उदास थी। उसका मन किसी भी काम में न लग रहा था। वह चाहती थ...

  • जिंदगी की कशिश

    अरे ओ बेटा उठजा देख दिन सर पर आगया है और बगल के भैया आफिस जा रहे है सब अपना काम...

बेगुनाह गुनेहगार 19 By Monika Verma

सुहानी की सच्चाई ब्रिजेश के सामने आ चुकी है। के सवालों के जवाब है जो आज सुहानी को मिलने वाले है। ब्रिजेश सुहानी को एक के बाद एक सारे राज बता रहा है। सुहानी को ये पता चल गया कि शोगत...

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पसीना By Saadat Hasan Manto

“मेरे अल्लाह!........ आप तो पसीने में शराबोर हो रहे हैं।”

“नहीं। कोई इतना ज़्यादा तो पसीना नहीं आया।”

“ठहरिए में तौलिया ले कर आऊं।”

“तौलिए तो सारे धोबी के हाँ गए हुए हैं...

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हीर की मज़ार By Sushank Patil

हीर की मज़ार“वकिल साहब आपके लिए चिठ्ठी आयी है” – रवि ने वकील बिशन सिंह को नीचे से आवाज़ लगाई। वकील साहब की ओर से जवाब न आता देख रवि ने उपर की मंज़िल पर जाना ही ठिक समझा। रवि ने वकिल स...

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नाविक By Rajesh Maheshwari

नाविक जबलपुर में नर्मदा के तट पर एक नाविक रहता है। उसका नाम है, राजन। वह एक कुशल और अनुभवी नाविक व गोताखोर है। उसने अनेक लोगों की जान डूबने...

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श्रृंगार भक्त By Ajay Amitabh Suman

(१) श्रृंगार रस इस कथा के दो पात्र है . एक भक्ति रस का उपासक तो दूजा श्रृंगार रस का उपासक है. दोनों के बीच द...

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स्वाभिमान By Rajesh Maheshwari

स्वाभिमान रागिनी एक संभ्रांत परिवार की पढी लिखी, सुंदर एवं सुशील लडकी थी। उसका विवाह एक कुलीन परिवार के लडके राजीव के साथ संप...

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बेनाम रिश्ता By kavita jayant Srivastava

बेनाम रिश्ता "काया ..! अब मैं तुम्हारे साथ फ्लैट शेयर नही कर पाऊंगा , मै कहीं और शिफ्ट कर रहा हूँ..!" रणवीर ने बेबाक होकर कहा"मैं जानती थी रणवीर..! कि एक दिन तुम यही बोलोगे .....

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पानी का धर्म By Ved Prakash Tyagi

पानी का धर्म तब भारत का बंटवारा नहीं हुआ था, अंग्रेजों का शासन था, आजादी की लड़ाई में सभी अपनी अपनी तरह से योगदान कर रहे थे, कुछ दिन पहले ही शहीदे आज़म भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव...

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चाँदनी रात By Rupal Mehta

बहुत ही सुन्दर चाँदनी रात थी। चाँद भी जैसे इन्तजार करता हो। वही से शुरू हूई एक कहानी। कोलेेज के छाात्रों सब दो दिन  के लिए trip पेे आए थे।सब लोग लकडी जला के केम्प फायर कर...

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हर सहरा के नखलिस्तान जरूर हैं By Prabodh Kumar Govil

कई फिल्मवालों ने रेगिस्तान को अपनी फिल्मों में बड़ी खूबसूरती से फिल्माया है। पीले-नारंगी रंग की यह नयनाभिराम रेत देखने में जितनी मनोरम लगती है, वहां के जीवन को उतना ही उजाड़ और बेबस...

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ढोलक की थाप By SURENDRA ARORA

लघुकथा ढोलक की थाप " आय - हाय . बेटा बन गया दूल्हा . ले आया दुल्हन . दूधों नहाओ - पूतो फलों ." खुले हाथों से जोर - जोर से तालिओं कि गड़गड़ाहट होने लगी . साथ ही एक - दो थाप ढोलक के...

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सरिता By Ved Prakash Tyagi

सरिता माँ की आवाज सुनकर भी सरिता फेस बुक पर अपने नए फेसबुकिए मित्र पवन से चैट करने मे लगी रही, बीच में माँ से इतना ही कहा, “हाँ माँ, मैं अभी आई बस थोड़ी सी पढ़ाई और है, इसको पूरा करक...

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उगते नहीं उजाले By Prabodh Kumar Govil

लाजो आज सुबह से ही बहुत उदास थी। उसका मन किसी भी काम में न लग रहा था। वह चाहती थी कि अपने दिल की बात किसी न किसी को बताये, तो उसका बोझ कुछ हल्का हो। लाजो लाजवंती लोमड़ी का नाम था।...

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गुलाल By Avinash Sharma

गुलाल सुबह से ही पूरी सोसाईटी होली के रंग में रंगने लगी थी कहीं पानी में घुले हुए रंग की टंकिया रखी...

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तलाक By B M

सुबह ने अपना अस्तित्व जमा लिया था। शरदीकी खुशनुमा मौसम चारो ओर छाई हुई थी। रहमत जब अपनी निंद से उठा तो अपनेआप को घर में अकेला पाया। उसने शबाना को आवाज लगाई और अपने बेटे को भी आवाज...

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उम्मीद By SARWAT FATMI

ज़ख़्म ज़ख़्म दिल की किसे दिखाऊ में जो मेरा था वो मेरा हुआ नहीं और लोगों ने तो युही मेरा मज़ाक बनाते चले गये सोचा कभी होंगी उन्हें मेरी कमी का एहसास पर ये एहसास भी अजीब चीज हैं ना ?...

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जिंदगी की कशिश By Durgesh Tiwari

अरे ओ बेटा उठजा देख दिन सर पर आगया है और बगल के भैया आफिस जा रहे है सब अपना काम कर रहे है तू अभी तक सोया है क्यों ऐसा कर रहा है चल उठजा ।तू ऐसे नही मानेगा माँ कम्बल खीचते हुवे । र...

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नव्या का प्यार By Kirti chavda

   ठंडी हवा का जौंका नव्या के बालो को छु रहा था। कशमीर की उस सुनहरी सुबह मे नव्या खिडकी के पास बेठी हुइ थी। कुछ गहरी सोच मे थी। कीसीसे ज्यादा बात नही करती थी बस अपने ही स...

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नफ़्सियाती मुताला By Saadat Hasan Manto

मुझे चाय के लिए कह कर, वह उन के दोस्त फिर अपनी बातों में ग़र्क़ हो गए।

गुफ़्तुगू का मौज़ू, तरक़्क़ी पसंद अदब और तरक़्क़ी पसंद अदीब था। शुरू शुरू में तो ये लोग उर्दू के अफ़सानवी...

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हाईजेनिक हेबिट By Luxmi Nautiyal

हाईजेनिक आदतें आजकल कई तरह की बीमारियों ने लोगों को घेरा हुआ है जो गंभीर समस्या की तरह है । पुराने जमाने में लोग बहुत सी हाईजेनिक आदतें अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाते थे जिससे...

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हाफ इंग्लिश फैमिली By Vimal Sharma

बेटा हॉट वाटर से हेंड वाश करके टॉवल से क्लीन कर लो , रचना ने अपनी पांच साल के बेटी से घर में घुसते ही कहा , छोटी सी विन्नी ने लव यू मॉम कहा और पंजों के बल खड़ी हो कर बामुश्किल वा...

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इरा By Niyati Kapadia

ठंडी ठंडी हवा चल रही थी। में और मेरी तनहाई दोनों चुपचाप चले जा रहे थे। लगा जैसे किसी ने पुकारा। पिंछे से। मैने मूड कर देखा कोई भी नहीं था। में फिर से चलने लगी। थोड़े आगे जाते ही लग...

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जीवन के रंग... By Vinita Shukla

आकाश में, कोई छुपा प्रिज्म हो शायद...जिसने प्रकाश को, सात रंगों में छितराया था. अम्बर के सीने को मथकर, रंगीन धाराएँ फूट पड़ीं! वर्षा ने गगन को धो- पोंछकर चमकाया और रंग इन्द्रधनुषी व...

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पिकनिक पर कत्ल By Ashish Kumar Trivedi

कह कर रंजन काम के लिए चला गया। सरवर केस के बारे में सोंचने लगे। पंद्रह सोलह साल के आठ लड़के पिकनिक पर जाते हैं। उनमें से एक की मौत रहस्यमय तरीके से हो जाती है। आखिर क्या हुआ होगा ?...

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धूप छाँव By Vinita Shukla

खुशियों को पंख मिले और जीवन को नवल संभावनाएं. गोपेश को उसने पसंद किया था. लगन के पहले, वरपक्ष की जांच- पड़ताल की गई थी. होने वाले वर को, जांच- परखकर, ठोंक- बजाकर, ‘फाइनल’ किया था. स...

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सलीब By Namita Gupta

                 विशंभर दयाल के बड़े बेटे की शादी के 8 साल के बाद जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ तो उन्होंने सोचा की बहू - को इतने वर्षों के...

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बेगुनाह गुनेहगार 19 By Monika Verma

सुहानी की सच्चाई ब्रिजेश के सामने आ चुकी है। के सवालों के जवाब है जो आज सुहानी को मिलने वाले है। ब्रिजेश सुहानी को एक के बाद एक सारे राज बता रहा है। सुहानी को ये पता चल गया कि शोगत...

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पसीना By Saadat Hasan Manto

“मेरे अल्लाह!........ आप तो पसीने में शराबोर हो रहे हैं।”

“नहीं। कोई इतना ज़्यादा तो पसीना नहीं आया।”

“ठहरिए में तौलिया ले कर आऊं।”

“तौलिए तो सारे धोबी के हाँ गए हुए हैं...

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हीर की मज़ार By Sushank Patil

हीर की मज़ार“वकिल साहब आपके लिए चिठ्ठी आयी है” – रवि ने वकील बिशन सिंह को नीचे से आवाज़ लगाई। वकील साहब की ओर से जवाब न आता देख रवि ने उपर की मंज़िल पर जाना ही ठिक समझा। रवि ने वकिल स...

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नाविक By Rajesh Maheshwari

नाविक जबलपुर में नर्मदा के तट पर एक नाविक रहता है। उसका नाम है, राजन। वह एक कुशल और अनुभवी नाविक व गोताखोर है। उसने अनेक लोगों की जान डूबने...

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श्रृंगार भक्त By Ajay Amitabh Suman

(१) श्रृंगार रस इस कथा के दो पात्र है . एक भक्ति रस का उपासक तो दूजा श्रृंगार रस का उपासक है. दोनों के बीच द...

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स्वाभिमान By Rajesh Maheshwari

स्वाभिमान रागिनी एक संभ्रांत परिवार की पढी लिखी, सुंदर एवं सुशील लडकी थी। उसका विवाह एक कुलीन परिवार के लडके राजीव के साथ संप...

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बेनाम रिश्ता By kavita jayant Srivastava

बेनाम रिश्ता "काया ..! अब मैं तुम्हारे साथ फ्लैट शेयर नही कर पाऊंगा , मै कहीं और शिफ्ट कर रहा हूँ..!" रणवीर ने बेबाक होकर कहा"मैं जानती थी रणवीर..! कि एक दिन तुम यही बोलोगे .....

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पानी का धर्म By Ved Prakash Tyagi

पानी का धर्म तब भारत का बंटवारा नहीं हुआ था, अंग्रेजों का शासन था, आजादी की लड़ाई में सभी अपनी अपनी तरह से योगदान कर रहे थे, कुछ दिन पहले ही शहीदे आज़म भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव...

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चाँदनी रात By Rupal Mehta

बहुत ही सुन्दर चाँदनी रात थी। चाँद भी जैसे इन्तजार करता हो। वही से शुरू हूई एक कहानी। कोलेेज के छाात्रों सब दो दिन  के लिए trip पेे आए थे।सब लोग लकडी जला के केम्प फायर कर...

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हर सहरा के नखलिस्तान जरूर हैं By Prabodh Kumar Govil

कई फिल्मवालों ने रेगिस्तान को अपनी फिल्मों में बड़ी खूबसूरती से फिल्माया है। पीले-नारंगी रंग की यह नयनाभिराम रेत देखने में जितनी मनोरम लगती है, वहां के जीवन को उतना ही उजाड़ और बेबस...

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ढोलक की थाप By SURENDRA ARORA

लघुकथा ढोलक की थाप " आय - हाय . बेटा बन गया दूल्हा . ले आया दुल्हन . दूधों नहाओ - पूतो फलों ." खुले हाथों से जोर - जोर से तालिओं कि गड़गड़ाहट होने लगी . साथ ही एक - दो थाप ढोलक के...

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सरिता By Ved Prakash Tyagi

सरिता माँ की आवाज सुनकर भी सरिता फेस बुक पर अपने नए फेसबुकिए मित्र पवन से चैट करने मे लगी रही, बीच में माँ से इतना ही कहा, “हाँ माँ, मैं अभी आई बस थोड़ी सी पढ़ाई और है, इसको पूरा करक...

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उगते नहीं उजाले By Prabodh Kumar Govil

लाजो आज सुबह से ही बहुत उदास थी। उसका मन किसी भी काम में न लग रहा था। वह चाहती थी कि अपने दिल की बात किसी न किसी को बताये, तो उसका बोझ कुछ हल्का हो। लाजो लाजवंती लोमड़ी का नाम था।...

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गुलाल By Avinash Sharma

गुलाल सुबह से ही पूरी सोसाईटी होली के रंग में रंगने लगी थी कहीं पानी में घुले हुए रंग की टंकिया रखी...

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तलाक By B M

सुबह ने अपना अस्तित्व जमा लिया था। शरदीकी खुशनुमा मौसम चारो ओर छाई हुई थी। रहमत जब अपनी निंद से उठा तो अपनेआप को घर में अकेला पाया। उसने शबाना को आवाज लगाई और अपने बेटे को भी आवाज...

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उम्मीद By SARWAT FATMI

ज़ख़्म ज़ख़्म दिल की किसे दिखाऊ में जो मेरा था वो मेरा हुआ नहीं और लोगों ने तो युही मेरा मज़ाक बनाते चले गये सोचा कभी होंगी उन्हें मेरी कमी का एहसास पर ये एहसास भी अजीब चीज हैं ना ?...

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जिंदगी की कशिश By Durgesh Tiwari

अरे ओ बेटा उठजा देख दिन सर पर आगया है और बगल के भैया आफिस जा रहे है सब अपना काम कर रहे है तू अभी तक सोया है क्यों ऐसा कर रहा है चल उठजा ।तू ऐसे नही मानेगा माँ कम्बल खीचते हुवे । र...

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नव्या का प्यार By Kirti chavda

   ठंडी हवा का जौंका नव्या के बालो को छु रहा था। कशमीर की उस सुनहरी सुबह मे नव्या खिडकी के पास बेठी हुइ थी। कुछ गहरी सोच मे थी। कीसीसे ज्यादा बात नही करती थी बस अपने ही स...

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नफ़्सियाती मुताला By Saadat Hasan Manto

मुझे चाय के लिए कह कर, वह उन के दोस्त फिर अपनी बातों में ग़र्क़ हो गए।

गुफ़्तुगू का मौज़ू, तरक़्क़ी पसंद अदब और तरक़्क़ी पसंद अदीब था। शुरू शुरू में तो ये लोग उर्दू के अफ़सानवी...

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हाईजेनिक हेबिट By Luxmi Nautiyal

हाईजेनिक आदतें आजकल कई तरह की बीमारियों ने लोगों को घेरा हुआ है जो गंभीर समस्या की तरह है । पुराने जमाने में लोग बहुत सी हाईजेनिक आदतें अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाते थे जिससे...

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हाफ इंग्लिश फैमिली By Vimal Sharma

बेटा हॉट वाटर से हेंड वाश करके टॉवल से क्लीन कर लो , रचना ने अपनी पांच साल के बेटी से घर में घुसते ही कहा , छोटी सी विन्नी ने लव यू मॉम कहा और पंजों के बल खड़ी हो कर बामुश्किल वा...

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इरा By Niyati Kapadia

ठंडी ठंडी हवा चल रही थी। में और मेरी तनहाई दोनों चुपचाप चले जा रहे थे। लगा जैसे किसी ने पुकारा। पिंछे से। मैने मूड कर देखा कोई भी नहीं था। में फिर से चलने लगी। थोड़े आगे जाते ही लग...

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जीवन के रंग... By Vinita Shukla

आकाश में, कोई छुपा प्रिज्म हो शायद...जिसने प्रकाश को, सात रंगों में छितराया था. अम्बर के सीने को मथकर, रंगीन धाराएँ फूट पड़ीं! वर्षा ने गगन को धो- पोंछकर चमकाया और रंग इन्द्रधनुषी व...

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पिकनिक पर कत्ल By Ashish Kumar Trivedi

कह कर रंजन काम के लिए चला गया। सरवर केस के बारे में सोंचने लगे। पंद्रह सोलह साल के आठ लड़के पिकनिक पर जाते हैं। उनमें से एक की मौत रहस्यमय तरीके से हो जाती है। आखिर क्या हुआ होगा ?...

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धूप छाँव By Vinita Shukla

खुशियों को पंख मिले और जीवन को नवल संभावनाएं. गोपेश को उसने पसंद किया था. लगन के पहले, वरपक्ष की जांच- पड़ताल की गई थी. होने वाले वर को, जांच- परखकर, ठोंक- बजाकर, ‘फाइनल’ किया था. स...

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सलीब By Namita Gupta

                 विशंभर दयाल के बड़े बेटे की शादी के 8 साल के बाद जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ तो उन्होंने सोचा की बहू - को इतने वर्षों के...

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