अगर में जन्मी होती भईया
राखी के दिन खुशिया मनाती
तेरे लिए मेरे प्यारे भइया
सबसे प्यारी राखी लाती
सामने तुझे बिठा कर भईया
माथे पर तिलक लगाती
कलाई पे तेरी अपनी राखी सजाती
अगर में जन्मी होती भइया
राखी के दिन खुशिया मनाती
तेरे साथ थॉडी प्यार भरी बातें बोल पाती
पापा ने तो मुझे न समजा
मम्मी तो उनको समजाती
दिप अकेला नही जला करता
चाहिए उसको भी तो बाती
उसे भी तो चाहिए जीवन में एक साथी
अगर में जन्मी होती भइया
अगर उन्होंने कुछ सोचा होता में भी तो जीवन को जी पाती
फिर बहना के इंतजार में भइया तेरी आँखे ना आंशु बहाती
अगर में जन्मी होती भइया
राखी के दिन खुशिया मनाती
अगर में जन्मी होती भइया