#हास्यकर


बहुत झेला है , अंधेरा जिंदगी,
इक नई सहर , इतमीनान देदो।।

चाहत  रंगीन, महोबत  याराना,
मुस्कान  इक, फूलों  जैसी देदो।।

दर्द दिया है,  बहुत  गहरा हमको,
मरहमी  अंदाज भी , जीने  देदो।।

अश्कों का बाजार  ,नर्म सांस में,
रुहानीयत का मीठा, आलम देदो।।

कुछ भी नहीं मांगता,  दुनियादारी,
आनंद बस ,आनंद से दिल भर दो।।

Hindi Poem by મોહનભાઈ આનંદ : 111412513

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