#सजावटी
आज महान समाज सेविका , नारी स्वतंत्रता व उनके अधिकारों की पैरोकार, श्रीमती रमा देवी को उनके उत्कृष्ट कार्यों हेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सभी उन्हें सफलता हेतु बधाई दे रहे थे।
समारोह के उपरांत पत्रकारों व सोशल मीडिया वालों ने उन्हें घेर लिया और बधाई देते हुए पूछा कि "रमा देवी जी अगर जिंदगी आपको दूसरा मौका दे तो आप समाज सेवा के अलावा और क्या करना चाहेंगी!"
सवाल सुन रमा देवी का चेहरा गंभीर हो गया और उन्होंने कहा "जिंदगी मुझे दूसरा मौका दे तो मैं अपना अधूरा ख्वाब पूरा करना चाहूंगी!"
"क्या आप अपने इस ख्वाब के बारे में उन्हें बताना चाहेंगी?"
" हां,मेरा वह अधूरा सपना है, पिंजरे से निकल उन्मुक्त गगन में स्वच्छं उड़ना। केवल #सजावटी व बनावटी वस्तु से इतर,अपना एक स्वतंत्र अस्तित्व। जो शायद ही इस जन्म में पूरा हो!"
पत्रकारों को अपने जवाब से हैरान व सोचने में पर मजबूर करते हुए उन्होंने आंखों में उभर आई पीड़ा व आंसुओ को छुपाने के लिए, जल्दी से आंखों पर चश्मा चढ़ा वहां से निकल गई।
सरोज ✍️