हिफाज़त करते दी शहादत
उनके हम आभारी हे
करते चले वो कर्ज अदा
अब आई अपनी बारी हे
ठीक से जिनकी आंख नहीं खुली
वो अब जांच रहे तेरा पानी हे
करके खुद को आत्मनिर्भर अब
हमे शामत उनकी लानी हे
लौह ये देशभक्ति की अब तो
हमे हर दिल में जगानी हे
देश के काम न आए तो फिर
ये बेकार ही जवानी हे
- जय हिंद 🇮🇳