हरदम न रहो शांत;
कभी तो करो खुद-से बात;
औरों की सुनते हो;
कभी खुद को सुनाओ; दिल-ऐ-हाल;
मत बन जाओ तुम नादान;
बातों-बातों में खोल दो ज़ज़्बात;
फिर देखो बातों से निकलेगी इक बात...

-मंजरी शर्मा

Hindi Blog by मंजरी शर्मा : 111621468
Ahilya Ghanate 3 years ago

Ha mb par too e hii karte hii

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