नारा गरबी हटाओ का बोलने वाले आज धनवान है,
वो सड़क के गुंडे थे ,आजकल भारतदेश के प्रधान है।।
नाम लेकर श्री प्रभु राम का धूम रहे थे पूरे हिंदुस्तानमें,
आज उसके कुछ भक्त है, वो खुद आज भगवान है।।
समझकर बंजर जमीन, बेचने लगे है देश के रखवाले,
वो सिर्फ जमी नही है मेरे देश के गरीब का वो धान है।।
गलती कर रहे है वो ओर जनता बैठी है अपने घर मे,
लोकशाही का चहेरा देखो, नेताजी तो बड़े महान है।।
एक लफ़्ज तक न निकला फूटपाथ के आदमी पर,
तुमने लूटा हम भी लूटेंगे, पक्ष विपक्ष का विधान है।।
कहो देशद्रोही, भेज दो पाकिस्तान, फिरभी बोलूंगा,
चीख चीख के बोलीगा, जो सत्य का अमर गान है।।
बड़े गरीब तो बैठे है सदन में , कुछ कृपा तो कीजिए,
"मनोज" वो नेता है, भोले भाले बहुत ही नादान है।।
मनोज संतोकि मानस
-Manoj Santoki Manas