कोरोना के कारण अस्पताल में कुछ दिनों अकेले गुजारने के भय से दर्दी की यही दुआ रहती है,
"में बिलकुल अकेला हो जाऊंगा.......पक्का मर ही जाऊंगा।"
भगवान हर एक वो दर्दी के ख्वाब में आकर यही भरोसा देते है,
"डर मत, कुछ 'सफ़ेद वर्दी' वाले आएँगे;
ओर अपनी जान पे खेल कर तुझे बचा के चले जाएँगे।"
कुछ तो शरम करो ए जमाने वालों.......
आपके अपने, आप के पास रहें;
इसीलिए वो उनके अपनों से दूर हो गए हैं।
आप अपने घर के अंदर रहे शके,
इसीलिए वो उनके घर के बहार हो गए हैं।
आपको अस्पताल का नाम सुनते ही मौत नज़र आती है ना!?,
ओर वो......
आप सब दुरुस्त रहे, इसीलिए हर पल खुद को मौत के मुँह में डालते हैं।
ये मत समझना कि, वो है तो हम है;
कान खोल के सुन लो, वो है तो 'ही' हम है।
'DOCTORS' are not just CORONA-WARRIORS,
They are 'HUMAN- SAVIOURS'!!