जहाँ तेरी एड़ी से धूप उड़ा करती थी
सुना है उस चौखट पे अब शाम रहा करती है
लटों से उलझी लिपटी इक रात हुआ करती थी
कभी-कभी तकिये पे वो भी मिला करती थी । । ।

Hindi Good Night by KgBites : 111748335

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