विषय-मनहर,
मनहर,मनोहर, मनमोहक,मूरत,
श्याम सुन्दर, सांवली सूरत,
बांके बिहारी,बिरजवासी,
तुम्हारे दर्शन, अखियां प्यासी,
मनहर,मनोहर, मनमोहक,मूरत।
सारे जग को नाच नचावत,
फिर अधरो पर मुरली बजावत,
शिर पर मोर मुकुट सोहावत,
शाम सवेरे गैया चरावत,
मनहर,मनोहर, मनमोहक,मूरत।
भक्त जन उनके गुन गावत,
नरसिंह हरपल करताल बजावत,
मीरां, गिरधर गोपाल गावत,
द्रौपदी के सखा, राधा के मनमीत,
मनहर,मनोहर, मनमोहक,मूरत।
।।स्वरचित डॉ दमयंती भट्ट।।