जीवन के हर मोड़ पर अटल है,
जीवन के हर छौर पर अटल है,
जीवन के हर पड़ाव पर अटल है,
जीवन के हर पडकार पर अटल है,
जीवन के हर प्रहार पर अटल है,
राजनीति के सिंहासन पर अटल है,
कविता के शब्दांकन पर अटल है,
विचारों के प्रवाह पर जो अटल है,
शब्दों के प्रयोजन पर अटल है,
जिनका निर्धार अटल है,
उनका मन-मस्तिष्क अटल है।
उनका कर्म अटल है,
उनका धर्म भी अटल है ।
उनका राष्ट्रप्रेम भी अटल है।
✍️...© drdhbhatt...
[परम आदरणीय,परम वंदनीय
हमारे संस्मरणीय प्रधानमंत्री जी अटल बिहारी वाजपेई जी को सादर प्रणाम उनकी जन्म जयंती पर 🙏🙏🙏]
भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं है,
जीता, जागता राष्ट्रपुरुष है।