तिनका तिनका जोड़ के घोंसला बनाया उन परिंदों ने
और बना बनाया बसेरा इंसान ने एक पल में ही उजाड़ दिया
परिंदों ने पंख आते ही अपने बच्चों को छोड़ दिया उड़ने के लिए
और इंसानों ने अपने बच्चों को अपने सपने पूरे करने के
लिए पिंजरे में कैद कर दिया Bindu Anurag
परिंदे भी जतन करते हैं अपने बच्चों का और इंसान भी
लेकिन परिंदे अपने बच्चों को आजादी से उड़ने देते हैं
और इंसान आजादी तो देता है उड़ने के लिए पंख भी देता है
पर पैरों तले अरमानों की जंजीरों से बांध देता है
परिंदे नापाक इरादे से जतन करते हैं अपने बच्चों का
और इंसान अपने स्वार्थ के लिए अपने बच्चों की परवरिश करता है
O3:06PM 15/02/22
-Bindu _Anurag