अपने निशाँ छोड़ते जाओ ......
काम कोई ऐसा अनोखा कर जाओ
सफलता के शिखर चढ़ने में बाधाएँ होंगी अनेक
बुलंद हौंसले कर बढ़ता जा, न कभी तू घुटने टेक
तुझे गिराने की ख़ातिर सैंकड़ों हाथ आगे आएँगे
तू निरंतर चलता जा, वही फिर जश्न मनाने आएँगे

Hindi Blog by उषा जरवाल : 111807709

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