समझते थे जिन्हें हम अपने बहुत करीब
करते थे जिन पर हम खुद से ज्यादा यकीन
जरूरत की आंधियों में उन्हें दूर खड़े पाया
देर से ही सही करीबियों का सच समझ आया।।

-Saroj Prajapati

Hindi Quotes by Saroj Prajapati : 111809970

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