#जब कोई चीज मुफ्त मिल रही हो, तो समझ लेना कि आपको इसकी कोई बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
नोबेल विजेता डेसमंड टुटू ने एक बार कहा था कि ‘जब मिशनरी अफ्रीका आए, तो उनके पास बाईबल थी, और हमारे पास जमीन। उनहोंने कहा 'हम आपके लिए प्रार्थना करने आये हैं।’ हमने आखें बंद कर लीं,,, जब खोलीं तो हमारे हाथ में बाईबल थी, और उनके पास हमारी जमीन।’

#इसी तरह जब सोशल नैटवर्क साइट्स आईं, तो उनके पास फेसबुक और व्हाट्सएप थे, और हमारे पास आजादी और निजता थी।
उन्होंनें कहा 'ये मुफ्त है।’ हमने आखें बंद कर लीं, और जब खोलीं तो हमारे पास फेसबुक और व्हाट्सएप थे, और उनके पास हमारी आजादी और निजी जानकारियां।

वर्तमान समय में जहाँ एक तरफ़ हम सोशल साइट और इन्टरनेट की दुनिया को अत्यन्त सुरक्षित स्वरूप मानकर अपनी अति गोपनीय राज़ दफ़न कर के रखते , जहाँ समय असमय अपनी दिनचर्या, रुझान, व्यक्तिगत जीवन की घटनाये अपडेट कर रहे होते है

ठीक विपरीत उस गलियारे में झान्कने की अनुमति भी हम स्व्यम अपने फोन या लैपटॉप में install बहुत सारे apllications को दे चुके होते है और शायद उसका paasword सिर्फ़ हमारे छलावा मात्र के लिये होता है ।

#अब ये सब मिलकर हमारे फोन को खंगालते है ,और हमारी निजता को विभिन्न राजनैतिक, व्यापारिक, समाचारो को बेंचते है, जिसके आधार पर हमारी रूचि समझकर उस तरह के पोस्ट, खबर, ऑफ़र या प्रोमोशन दिखाते हुए हमे ब्रेन वाश किया जाना प्रारम्भ हो जाता है , और उन्की यह कल्पना सत्य होती जा रही है, जिससे वो किसी भी समाज को अपने विचारो से कंट्रोल कर सके ।

#किसी बडी घटना को छुपाकर किसी गाय की या बकरे की घटना मे कई दिन तक उल्झाये रख सकते है, और हम भी उस समय उनकी दर्शाई ,दिखाई गयी पटकथा के आलावा कुछ और नही देख पायेन्गे
इसी क्रम मे कभी कभी हमे लगता है की हम किसी चीज़ को हाइलाइट कर रहे है ,वायरल कर रहे है, जबकी असल मे हम बस उनके कठपुतली बने उनके अनुसार चीज़ो को समर्थित और विरोध कर रहे है वो भी आंख मून्द कर...

ध्यान रखिये जब भी कोई चीज मुफ्त होती है, तो उसकी कीमत हमें हमारी आजादी दे कर चुकानी पड़ती है।

“ज्ञान से शब्द समझ आते हैं, और अनुभव से अर्थ”

Hindi Quotes by Dr Jaya Shankar Shukla : 111813642

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