रामायण भाग - 23
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सीता माँ से विदाई (दोहा - छंद)
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चूड़ामणि दी मात ने, फिर हनुमत के हाथ।
कहना प्रभु को ले चलो, आकर अपने साथ।।
मीठे मीठे फल लगे, गला गया है सूख ।
आज्ञा हो तो मात की , शांत करूँ ये भूख।।
सावधान रहना जरा, मत करना तुम शोर ।
रखवाले पकड़े नहीं , पहरा है सब ओर।।
याद रखूँगा बात ये , नहीं करूंगा शोर।
रखवाले बैठे जहां , जाऊँ ना उस ओर।।
Uma Vaishnav
मौलिक और स्वरचित