#Friendship
मैं और मेरे अह्सास
साजन के लिए लिखा एक तराना है l
रूठे हुए यार को प्यार से मनाना है ll
जिंदगी भागदौड़ मे बीती बाकी का l
जीवन चैन औेर सुकूं से बिताना है ll
मौत को गले लगाने से पहले सखी l
उलझे हुए रिस्तों को सुलझाना है ll
साखी
दर्शिता बाबूभाई शाह