छोड़ेंगी नहीं कहीं का भी,
मगरूरियत! तुझे ये तेरी।
छोड़ दे, सम्भल जरा.......
अंधेरों से बाहर निकल,
है कुछ ही दिनां कि मेहमानी।
#दर्पणकासच
#जिंदगी_है_कैसी_ये_पहेली
#जीने_की_तमन्ना
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Motivational by सनातनी_जितेंद्र मन : 111829453

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