लब्जो की जरूरत कहा थी?
उनकी आंखें सारे दिल का ,हाल बयां कर है देती ।
अब तेरी प्यारी आंखे कभी नम ना होगी। ये वादा है हमारा।
किसी और की तुजे कभी , जरूरत ना होगी।
तू कोई ज़रूरत नहीं हमारी, ख्वाहिश है
जो कभी हमसे दूर न होगी।
तेरी गहरी आंख में जो हम डूब गए है, किसी समुद्र की भी ताकत नहीं जो ,अब हमे डूबा सकेगा।
ये वो बंधन है , जिसे मौत भी एक दूसरे से अलग ना कर पाएगी
हाथो में हाथ सदा, तेरा मेरा रहेगा, कोई भी कभी भी ईसे अलग ना कर पाएगा।
कोई भी तूफान भी अब हमारा कुछ न बिगाड़ पायेगा,
सांसे जब तक तेरी मेरी एक रहेगी।
-Anurag Basu