“ये ना सोचो इस में
अपनी हार है की जीत है
ये ना सोचो इस में
अपनी हार है की जीत है
इसे अपनालो जो भी
जीवन की रीत है
ये जिद छोड़ो यूं ना तोड़ो
हर पल इक दर्पण है
ये जीवन है इस जीवन का
यही है यही है
यही है रंग रूप
ये जीवन है
धन से न दुनिया से
घर से न द्वार से
सांसों की डोर बंधी है
प्रीतम के प्यार से
दुनिया छूटे पर ना टूटे
ये ऐसा बंधन है
ये जीवन है इस जीवन का
यही है यही है
यही है रंग रूप
ये जीवन है इस जीवन का
यही है यही है
यही है रंग रूप
💕
- Umakant