युद्ध में मारे गए पुरुषों की शवयात्राएँ होती हैं
स्त्रियों की नहीं होती शवयात्राएँ,
वे धीरे-धीरे मरती हैं युद्ध के बाद
वह सिर पर राख डाले रोती हुई स्त्री
इतिहास में दर्ज नहीं होती
युद्ध के बरसों बरस बाद तक सुनाई देते हैं विलाप
उन विलापों में होती हैं स्त्रियां