बेटी जब समझ जाती है तो छोड़ देती है माँ बाप के आँगन का मोह ।
पत्नी जब ठान लेती है तो निकल जाती है पति के मन से ।
माँ जब टूट जाती है तो छोड़ देती है बच्चों का घर ।
अपनी यादों की गठरी लेकर निकल जाती है कोई नहीं जान पाता, कोई नहीं उसे रोक पाता ।
- Anjana Vyas