कौन होते हैं हम ,किसी को अच्छा या बुरा कहने वाले ।
कैसे प्रमाणित करोगे कि, किस में क्या गुण है और क्या दोष है ।
क्या हममे इतनी क्षमता है? जो दूसरों को प्रमाणित कर सके ।
कौन होते हैं हम ,किसी को घटिया या दो कौड़ी का कहने वाले।
क्या इससे यह साबित नहीं होता कि, हमारी सोच ही घटिया है जो दूसरों को घटिया कहते हैं या समझते हैं।
फिर हम क्यों किसी को बुरा कह कर अपने कर्म खराब करें।
"think about it "
"वो" है ना ऊपर बैठा सबको अपने कर्मों के हिसाब से ही बनाता है ,फल देता है
फिर हम कौन होते हैं ऊपर वाले की योजना में हस्तक्षेप करने वाले ..!!
- Soni shakya