✤┈SuNo ┤_★_🦋
सावन का महीना, और ये बारिश
की बौछार मध्यम मध्यम सी,
और उसमें जैसे फैलाए पंख नाच
रही शिखा हो,
तेरे जुल्फों से उलझ कर" हर बूँद
जो गिरे,
मेरी रूह में इश्क़ की प्यास, बुझा
रहा हो,
वो काली घटाएं, जो छाई हैं
आसमाँ पे,
जैसे तेरे क़ाज़ल की लकीर फैला
रही हों,
हर बिजली की कड़क" दिल को
यूँ छू जाए,
जैसे कोई खामोश इक़रार सुना
रहा हो,
इस रिमझिम फुहार में, तेरी
आहट जो मिले,
हर साँस में तेरी खुशबू समा
रहा हो,
कभी तेज़ हो बारिश, कभी धीमी
पड़ जाए,
जैसे हमारी मोहब्बत के रंग दिखा
रहा हो,
हर पत्ता जो भीगे, हर फूल जो
खिले,
तेरी यादों के गुलशन में महक
रहा हो,
सावन का महीना, और वो बारिश
की बज़्म,
हर पल जैसे तेरी बाँहों में, गुज़र
रहा हो...❤️
╭─❀🥺⊰╯
✤┈┈┈┈┈★┈┈┈┈━❥
♦❙❙➛ज़ख़्मी-ऐ-ज़ुबानी•❙❙♦
#LoVeAaShiQ_SinGh 😊°
✤┈┈┈┈┈★┈┈┈┈━❥