कभी -कभी जब उदास होती हूँ
अपने ही सवालों से परेशान होती हूँ
तब तुम याद आते हो
जब मैं रो लेना चाहती हूँ
सबसे दूर हो जाना चाहती हूँ
तब तुम याद आते हो
जब किसी काम में दिल नही लगता
न रात गुजरती है और ये दिन भी नही ढलता
तब तुम याद आते हो
जब बेचैनी सी होती है
सबकुछ बिखरा सा लगता है
तब तुम याद आते हो
जीवन की पगडंडियों पर चलते-चलते
ये पाव कही जब रूक जाते हो
तब तुम याद आते हो
सिर्फ तुम याद आते हो।।
मीरा सिंह
- Meera Singh