"वो सपने… जो हमने कभी सोचे ही नहीं"
कुछ सपने... अजीब होते हैं।
ना उनका चेहरा जाना-पहचाना होता है,
ना वो कहानी जो हमने कभी जानी हो।"
"हमने न कभी वैसा सोचा,
न कभी महसूस किया —
फिर भी वो आते हैं...
चुपचाप… अचानक… बिना दस्तक दिए।"
"तो सवाल उठता है —
ये सपने आते कहाँ से हैं?"
"शायद ये हमारे दिमाग की कोई छुपी हुई गली से आते हैं,
जहाँ बचपन की कोई भूली तस्वीर पड़ी हो।
या फिर किसी और जीवन की कहानी…
जो हमने कभी जिया ही नहीं।"
"शायद... ये कल्पना और यादों का मिलाजुला रंग है।
या फिर कुदरत का कोई गुप्त संदेश,
जो बस हमारे सो जाने पर सुनाई देता है।"
"हर सपना कुछ कहता है —
चाहे वो जाना-पहचाना हो…
या बिलकुल अनजान।
उसमें कोई न कोई हिस्सा तुम्हारा ही होता है,
जिसे तुम अब तक पहचान नहीं पाए।"
✨
"तो जब अगली बार कोई अजीब सपना आए —
डरना मत...
शायद वो तुम्हारा नहीं,
पर तुम्हारे अंदर का ही एक हिस्सा हो!"
_बी.डी.ठाकोर.