भोले के दर पे जब भी सिर झुकाया है,
हर दर्द में बस उनका साथ ही पाया है।
ना चांदी चाहिए, ना सोने का ताज,
मुझे तो बस चाहिए भोले का सच्चा राज।
त्रिशूल की छाया, गले में सर्प राजे,
भोलेनाथ की माया, हर भक्त पर साजे।
ना मांगू कुछ ज्यादा, ना रखूं कोई बात,
हर पल लूटूं मैं बस भोले की सौगात। 💙🐚
kajal Thakur 😊