💔 "क़दर" 💔
क़दर की कीमत तब समझ आती है,
जब कोई अपना दूर चला जाता है।
जो हर सुबह तुम्हारी फिक्र करता था,
वो जब खामोश हो जाए — दिल तड़प जाता है।
हर रिश्ते में मोहब्बत नहीं, समझ भी चाहिए,
हर लम्हे में बातें नहीं, एहसास भी चाहिए।
जो आज है, वो कल हो ये जरूरी नहीं,
इसलिए हर किसी को उसकी जगह देनी चाहिए।
लोग कहते हैं — “समय सब सिखा देता है,”
पर सच तो ये है कि समय सिर्फ छीन लेता है।
क़दर करनी सीख लो उन लोगों की अभी,
जो बिना कहे तुम्हारे लिए सब सह लेते हैं। 💔
🔴लेखक - "आदित्य राज राय"