**“कभी ऐसा भी हो,
कि मेरे रुबरू वही बैठे हों…
ज़रा मेरी इस ख़ाली निगाहों से
एक बार ख़ुद को भी देख लें।
उनकी आराधना में
मैं मीरा बन गई—अपने कान्हा के लिए।
मैं वो चेली बन गई
अपने गुरु के लिए।
और मैं वही शिव बन गई
अपने आराध्य के लिए।”**
🖤🌸
by:pinklotus ❣️🌸
may be aap smj nhi payege jo likha he 😐