शिवा एक सामान्य सा लड़का था उसके कपड़े ज्यादा अच्छे नहीं होते थे उसका बैग पुराना था और जूते तो इतने घिस चुके थे कि पानी भी अंदर चला जाता था जब बारिश होती थी फिर भी वह बिना शिकायत किए हर दिन स्कूल आता था नौवीं क्लास में पढ़ता था और पढ़ाई में बहुत अच्छा नहीं था अक्सर सवालों के जवाब नहीं दे पाता था और कभी तो ब्लैकबोर्ड तक जाने में भी झिझकता था क्योंकि सब उसे देख कर हँसते थे खासकर मोंटी और लोकेश जो क्लास के अमीर और होशियार लड़कों में से थे वे हमेशा उसकी गरीबी और कमजोर पढ़ाई का मजाक उड़ाते थे
THE ULTIMATE SYSTEM - 1
शिवा एक सामान्य सा लड़का था उसके कपड़े ज्यादा अच्छे नहीं होते थे उसका बैग पुराना था और जूते इतने घिस चुके थे कि पानी भी अंदर चला जाता था जब बारिश होती थी फिर भी वह बिना शिकायत किए हर दिन स्कूल आता था नौवीं क्लास में पढ़ता था और पढ़ाई में बहुत अच्छा नहीं था अक्सर सवालों के जवाब नहीं दे पाता था और कभी तो ब्लैकबोर्ड तक जाने में भी झिझकता था क्योंकि सब उसे देख कर हँसते थे खासकर मोंटी और लोकेश जो क्लास के अमीर और होशियार लड़कों में से थे वे हमेशा उसकी ...Read More
THE ULTIMATE SYSTEM - 2
शिवा के जीवन में अब हर दिन कुछ नया होने लगा था। जिस लड़के को कभी अपनी पढ़ाई में विश्वास नहीं था, आज वही लड़का नए उत्साह के साथ स्कूल जाता था। अब उसके पास न केवल किताबें, बल्कि एक अनदेखी शक्ति भी थी, जो उसे और बेहतर बना रही थी।आज स्कूल में पहला टेस्ट था और शिवा ने खुद को पूरी तरह तैयार किया था। अब उसे अपने पुराने दोस्तों से कोई डर नहीं था, न ही मोंटी और लोकेश के मजाक का कोई असर था। शिवा के मन में एक ही ख्याल था— "मैं किसी से कम ...Read More