THE ULTIMATE SYSTEM - 7 in Hindi Spiritual Stories by SAURABH GUPTA books and stories PDF | THE ULTIMATE SYSTEM - 7

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THE ULTIMATE SYSTEM - 7

शिवा का मन अब पहले से कहीं अधिक स्थिर था उसे यह महसूस होने लगा था कि उसके भीतर कुछ असाधारण है वह अब केवल वही छात्र नहीं रहा जिसे लोग पढ़ाई में कमजोर मानते थे बल्कि वह एक ऐसा लड़का बन चुका था जिसे एक रहस्यमयी शक्ति ने चुना था उसकी आंखों में अब आत्मविश्वास की चमक थी और चाल में वह दृढ़ता थी जो उसके व्यक्तित्व को नया आकार दे रही थी।

आज कॉलेज में एक घोषणा हुई थी कि पूरे जिले के स्कूलों के बीच एक बड़ा क्विज प्रतियोगिता होने जा रही है जिसमें उनके स्कूल से केवल दो छात्रों को चुना जाएगा एक छात्र का चयन पहले ही हो चुका था वह था मोंटी जो पहले से ही इस प्रतियोगिता में कई बार भाग ले चुका था और उसके पास अनुभव था दूसरे छात्र का चयन एक प्रतियोगिता के आधार पर होना था शिवा को इस प्रतियोगिता के लिए अपने भीतर से एक आवाज आई जो कह रही थी भाग लो यह तुम्हारे लिए जरूरी है यह तुम्हारी नई परीक्षा है।

सिस्टम ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी होस्ट यह प्रतियोगिता तुम्हारे लिए महत्वपूर्ण है यह न केवल तुम्हारी मानसिक शक्ति का परीक्षण करेगी बल्कि यह भी बताएगी कि तुम वास्तविक दबाव में कैसे प्रदर्शन करते हो तुम्हें इसमें भाग लेना चाहिए शिवा ने बिना समय गंवाए अपने नाम का पंजीकरण करवा दिया।

शाम को जब वह अपने दोस्तों राकेश प्रवीण हिमांशु आयुष और राहुल से मिला तो उन्होंने शिवा की पीठ थपथपाई और कहा भाई आखिरकार तू भी मैदान में आ ही गया तुझे देखकर लगता है कि तू अब पहले वाला शिवा नहीं रहा हिमांशु ने कहा मुझे तो लगता है इस बार तू मोंटी को कड़ी टक्कर देगा शिवा मुस्कराया और बोला कोशिश करूंगा।

घर लौटकर जब उसने मां काव्या और बहन सिया को यह बात बताई तो दोनों की आंखों में गर्व था काव्या ने कहा बेटा यह अवसर बहुत खास है इसे पूरी मेहनत से निभाना और खुद पर भरोसा रखना सिया ने कहा भैया आप जरूर जीतोगे।

रात को जब सब सो चुके थे शिवा अपने कमरे में बैठा किताब पढ़ रहा था तब सिस्टम ने एक नई जानकारी दी होस्ट तुम्हें नई स्किल प्रदान की जा रही है इस स्किल का नाम है मेमोरी लॉक ओपनर यह तुम्हें किसी भी विषय की गहराई में जाकर उसे तेज़ी से याद रखने और समझने की क्षमता देगा लेकिन यह स्किल तभी सक्रिय होगी जब तुम अभ्यास के दौरान मन एकाग्र रखोगे।

शिवा ने तुरंत पढ़ाई शुरू की उसने हर विषय को ध्यान से समझना शुरू किया उसके हाथों की गति तेज हो गई आंखों में चमक आने लगी और दिमाग उस हर जानकारी को अवशोषित कर रहा था जैसे वह कोई मशीन हो वह पूरी रात लगातार अभ्यास करता रहा सुबह हुई तो उसके चेहरे पर थकान नहीं बल्कि संतोष था।

अगले दिन स्कूल में क्विज प्रतियोगिता की शुरुआत हुई सभी छात्र उत्साहित थे लेकिन मोंटी और लोकेश के चेहरे पर एक अलग ही आत्मविश्वास था मोंटी ने शिवा को देखते हुए कहा लगता है आजकल तू पढ़ने भी लगा है लेकिन देख लेना यह प्रतियोगिता तुझ जैसे लोगों के लिए नहीं है शिवा ने कुछ नहीं कहा उसने केवल एक हल्की मुस्कान दी और चुपचाप अपनी सीट पर जाकर बैठ गया।

पहला राउंड शुरू हुआ जिसमें सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे गए शिवा ने एक एक करके लगभग सभी उत्तर सही दिए उसके उत्तर देने की गति और सटीकता देखकर निर्णायक भी हैरान थे दूसरे राउंड में विज्ञान और गणित के प्रश्न थे शिवा ने इसमें भी शानदार प्रदर्शन किया उसने कई ऐसे उत्तर दिए जो दूसरे छात्र सोच भी नहीं पाए।

अब बारी थी अंतिम राउंड की जिसमें तर्कशक्ति और तत्काल निर्णय लेने की क्षमता की परीक्षा थी इस राउंड में मोंटी ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन जब शिवा की बारी आई तो उसके जवाब इतने सटीक और प्रभावशाली थे कि निर्णायकों ने उसे खड़े होकर तालियों से सम्मानित किया।

प्रतियोगिता समाप्त हुई और परिणाम घोषित हुआ शिवा को दूसरे प्रतिभागी के रूप में चुना गया और निर्णायकों ने कहा कि इस छात्र में गहरी समझ और तेज दिमाग की झलक है मोंटी चुपचाप खड़ा था लेकिन उसके चेहरे पर नाराजगी साफ दिख रही थी उसने शिवा को घूरते हुए देखा और बिना कुछ कहे चला गया।

शिवा के दोस्त दौड़ते हुए उसके पास आए और उसे कंधों पर उठा लिया स्कूल में पहली बार उसे ऐसा सम्मान मिला था वह भावुक हो गया लेकिन उसकी आंखों में आंसू नहीं थे बल्कि वह शांति थी जो किसी कठिन प्रयास के बाद मिलती है।

संध्या के समय जब वह घर लौटा तो उसकी मां ने उसे गले लगा लिया सिया नाच रही थी और कह रही थी भैया हीरो बन गए सिस्टम ने कहा होस्ट तुमने बहुत अच्छा किया यह केवल शुरुआत है आगे तुम्हें इससे भी कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा अब तुम्हें अपने भीतर की हर कमजोरी को खत्म करना होगा।

शिवा ने जवाब दिया मैं तैयार हूं सिस्टम मैं खुद को रोकना नहीं चाहता अब मुझे आगे बढ़ना है न सिर्फ अपनी सफलता के लिए बल्कि उन सभी के लिए जो मुझसे उम्मीद रखते हैं और सबसे बड़ी बात खुद को साबित करने के लिए।

उस रात शिवा ने चुपचाप आसमान की ओर देखा और मन में सोचा अब मैं पीछे नहीं हटूंगा यह रास्ता जितना भी कठिन हो मैं इसे पूरा करूंगा चाहे कुछ भी हो जाए।

शिवा के जीवन में यह पहला मौका था जब उसने अपने अंदर आत्मविश्वास की ऐसी लहर महसूस की वह जो कभी खुद पर संदेह करता था अब उस पर पूरा स्कूल गर्व कर रहा था शिवा का मन शांत था लेकिन उसका लक्ष्य अब और बड़ा हो गया था

कक्षा में जब वह बैठा तो शिक्षक ने उसे देखकर मुस्कराते हुए कहा अच्छा काम किया शिवा अब हमें तुमसे काफी उम्मीदें हैं यह सुनकर बाकी छात्र भी हैरान थे क्योंकि वही शिक्षक पहले शिवा से सवाल तक नहीं करते थे मोंटी और लोकेश चुपचाप बैठे थे उनकी आंखों में जलन साफ नजर आ रही थी लेकिन शिवा ने किसी को कोई जवाब नहीं दिया उसने सिर्फ अपनी किताबें खोली और पढ़ाई में मन लगाया

छुट्टी के बाद जब शिवा अपने दोस्तों के साथ स्कूल से बाहर निकला तो गेट के पास कुछ सीनियर लड़के खड़े थे उनमें से एक ने शिवा को रोका और कहा तुम वही हो जिसने मोंटी को पीछे छोड़ा है ना शिवा ने सिर हिलाया तो वह बोला बहुत हिम्मत है तुममें लेकिन ध्यान रखना ये जितनी तेजी से ऊपर चढ़ते हो गिरावट भी उतनी ही तेज होती है

शिवा ने शांत भाव से कहा मुझे गिरने से डर नहीं लगता क्योंकि अब मेरे पास वो है जो मुझे हर बार उठने की ताकत देता है और वह है मेरा विश्वास और मेरी मेहनत

शाम को घर पहुंचने पर उसने देखा कि उसकी मां रसोई में कुछ खास बना रही थी सिया उसे देखकर भागती हुई आई और बोली भैया मम्मी ने तुम्हारे लिए गुलाब जामुन बनाए हैं तुमने स्कूल में नाम रोशन किया है

शिवा मुस्कराया और बोला अच्छा मम्मी आज तो पार्टी बन गई काव्या बोली बेटा पार्टी तो अब होगी जब तुम जिले की प्रतियोगिता में जीतकर आओगे शिवा ने सिर हिलाया और कहा मां अब पीछे नहीं हटूंगा

रात को जब सब सो गए तो शिवा ने फिर से सिस्टम को एक्टिव किया सिस्टम ने कहा होस्ट तुम्हारा अगला मिशन अब शुरू हो रहा है अब तुम्हें मानसिक परीक्षण से गुजरना होगा अगले सात दिन तक तुम्हें रोज एक अलग स्किल पर अभ्यास करना होगा अगर तुम सफल रहे तो तुम्हें एक और नई क्षमता दी जाएगी

शिवा बोला कौन सी स्किल है सिस्टम जवाब मिला पहला दिन ध्यान केंद्रित करने की क्षमता तुम्हें बिना विचलित हुए किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहना सीखना होगा इसके लिए आज रात एक सिमुलेशन चालू किया जाएगा

अचानक शिवा के कमरे में हल्की नीली रोशनी फैल गई उसे लगा जैसे वह किसी दूसरी दुनिया में पहुंच गया हो वहां हर तरफ अजीब ध्वनियां थीं और कई आवाजें उसे भटकाने की कोशिश कर रही थीं लेकिन शिवा ने अपनी आंखें बंद कर लीं और मन ही मन कहा मैं कमजोर नहीं हूं मुझे सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान देना है

धीरे धीरे शोर कम हुआ और शिवा की चेतना स्थिर होने लगी सिस्टम की आवाज आई अच्छा कर रहे हो होस्ट अब तुम्हारा मन एकाग्र हो रहा है यही अभ्यास तुम्हें मजबूत बनाएगा

जब वह अभ्यास पूरा हुआ तो शिवा ने गहरी सांस ली और आंखें खोली वह वापस अपने कमरे में था लेकिन उसका चेहरा पहले से अधिक शांत और आत्मविश्वास से भरा हुआ था

अगली सुबह स्कूल में एक और घोषणा हुई अब जिले स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को विशेष कोचिंग दी जाएगी शिवा और मोंटी को बुलाया गया और कहा गया कि दोनों को साथ में तैयारी करनी होगी यह बात मोंटी को बिल्कुल पसंद नहीं आई लेकिन वह कुछ कह नहीं सका

कोचिंग क्लास में जब दोनों पहुंचे तो उन्हें एक अनुभवी शिक्षक मिले जिन्होंने उन्हें एक कठिन प्रश्न दिया और कहा कि दोनों इसे हल करने की कोशिश करें मोंटी ने जल्दीबाजी में हल करना शुरू किया लेकिन उसकी गणना में त्रुटि थी जबकि शिवा ने पहले सवाल को समझा और फिर धीरे धीरे उत्तर निकालना शुरू किया उसका तरीका सटीक और प्रभावशाली था शिक्षक ने उसकी तारीफ की

मोंटी को यह बात चुभ गई उसने कहा लग रहा है अब तुम्हें सब कुछ आता है शिवा बोला मुझे अभी बहुत कुछ सीखना है लेकिन मैं सीखना चाहता हूं और यही मेरी ताकत है

उस शाम जब शिवा घर पहुंचा तो सिस्टम ने एक नई सूचना दी होस्ट आज की स्किल सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है अब तुम्हें कल एक नई स्किल मिलेगी नाम है परसेप्शन एनहांसमेंट यह तुम्हें किसी भी व्यक्ति की बातों को गहराई से समझने की क्षमता देगी ताकि तुम झूठ और सच्चाई में फर्क कर सको

शिवा ने कहा मुझे यह स्किल जरूर चाहिए क्योंकि मैं नहीं चाहता कि मैं कभी किसी झूठ या धोखे का शिकार बनूं

अगले दिन स्कूल में एक अजीब घटना हुई एक नए छात्र का आगमन हुआ नाम था अर्जुन वह देखने में सामान्य था लेकिन उसकी आंखों में एक अजीब चमक थी उसने शिवा को देखते ही कहा तुम्हीं हो ना जिसकी वजह से अब सबकी निगाहें इस स्कूल पर टिक गई हैं

शिवा ने कहा हां मैं हूं अर्जुन बोला अच्छा है पर याद रखना हर सफलता की एक कीमत होती है और वह कीमत हर कोई चुका नहीं सकता

शिवा इस बात को समझ नहीं पाया लेकिन सिस्टम ने तुरंत चेताया होस्ट यह लड़का सामान्य नहीं है इसकी गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है

शिवा ने कहा ठीक है सिस्टम मैं चौकस रहूंगा मुझे कोई भी लापरवाही नहीं करनी अब मेरा हर कदम सोचना समझना और सटीक होना चाहिए

रात को शिवा ने फिर से ध्यान अभ्यास किया और अपने भीतर की शक्ति को महसूस किया उसे अब यकीन हो चला था कि वह केवल एक आम लड़का नहीं रहा अब वह एक मिशन पर था और उस मिशन में उसे हर दिन एक नई चुनौती का सामना करना था

अंत में जब वह बिस्तर पर लेटा तो उसकी आंखें बंद हो गईं लेकिन मन में एक बात गूंज रही थी यह तो सिर्फ शुरुआत है अभी तो बहुत कुछ बाकी है मुझे हर दिन खुद को बेहतर बनाना है और अपने सिस्टम की रक्षा करनी है