THE ULTIMATE SYSTEM - 2 in Hindi Spiritual Stories by SAURABH GUPTA books and stories PDF | THE ULTIMATE SYSTEM - 2

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THE ULTIMATE SYSTEM - 2

शिवा के जीवन में अब हर दिन कुछ नया होने लगा था। जिस लड़के को कभी अपनी पढ़ाई में भी विश्वास नहीं था, आज वही लड़का नए उत्साह के साथ स्कूल जाता था। अब उसके पास न केवल किताबें, बल्कि एक अनदेखी शक्ति भी थी, जो उसे और बेहतर बना रही थी।

आज स्कूल में पहला टेस्ट था और शिवा ने खुद को पूरी तरह तैयार किया था। अब उसे अपने पुराने दोस्तों से कोई डर नहीं था, न ही मोंटी और लोकेश के मजाक का कोई असर था। शिवा के मन में एक ही ख्याल था— "मैं किसी से कम नहीं हूं।"

टीचर ने जैसे ही टेस्ट शुरू किया, शिवा ने मन ही मन सिस्टम से मदद मांगी। एक सेकंड के अंदर उसकी स्क्रीन पर एक नोटिफिकेशन आई।

**टास्क: पहले टेस्ट में 60% अंक प्राप्त करें।**
**रिवॉर्ड: 10 सिस्टम पॉइंट्स और हिडन स्किल अनलॉक**
**ऑप्शन: टेस्ट को आसान बनाने के लिए फोकस बूस्ट स्किल का उपयोग करें।**

शिवा ने बिना किसी हिचकिचाहट के, **फोकस बूस्ट** स्किल का इस्तेमाल किया। अगले ही पल, उसके दिमाग में सारी जानकारी स्पष्ट हो गई। वह जितना पढ़ चुका था, उसे अब किसी भी सवाल का उत्तर बहुत आसानी से मिल गया।

जब उसने टेस्ट खत्म किया, तो उसने अपने जवाबों को चेक किया। यह पहले जैसा नहीं था। वह न केवल टेस्ट पूरा कर चुका था, बल्कि उसने उत्तर भी सही दिए थे। उसने पहले कभी ऐसा महसूस नहीं किया था, लेकिन अब उसका आत्मविश्वास बढ़ चुका था।

शिवा ने धीरे से मुस्कुराते हुए अपनी कापी जमा कर दी और चुपचाप अपनी सीट पर बैठ गया। कुछ देर बाद, उसके दिमाग में वही आवाज आई, जो पिछले दिनों से सुनाई दे रही थी।

**"टास्क पूरा हुआ, +10 सिस्टम पॉइंट्स। लेवल 3 अनलॉक। नई स्किल: सुपर फोकस।"**

शिवा ने एक गहरी सांस ली और सोचा— "क्या अब मैं सच में बदल चुका हूं?"

दोस्तों ने देखा कि शिवा अब पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और कॉन्फिडेंट नजर आ रहा था। जिया ने शिवा से पूछा, "तुमने टेस्ट में क्या किया? तुम तो हमेशा सबसे पीछे रहते थे, लेकिन आज तुम सबसे आगे हो।"

शिवा ने जवाब दिया, "कुछ नहीं, बस थोड़ा ध्यान दिया और खुद को बेहतर किया।"

जिया मुस्कुराई और बोली, "शिवा, तुम अब अलग ही लग रहे हो। मुझे लगता है, तुम वो लड़का बन सकते हो जो तुम हमेशा से बनना चाहते थे।"

जिया की बातों ने शिवा को और भी प्रेरित किया। अब उसे महसूस हो रहा था कि यह बदलाव केवल उसकी मेहनत का नहीं, बल्कि **द अल्टीमेट सिस्टम** का भी था।

घर लौटते हुए, शिवा ने सोचा कि अब उसे इस नई शक्ति का सही इस्तेमाल कैसे करना होगा। उसे याद आया कि सिस्टम ने उसे कभी यह नहीं बताया था कि यह शक्ति क्यों दी गई थी। क्या वह इस शक्ति से केवल अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए काम करेगा? या फिर इसे कुछ और बड़ी वजह के लिए इस्तेमाल करेगा?

शिवा की जिज्ञासा बढ़ने लगी। उसे यह जानने की जरूरत थी कि आखिर वह इस सिस्टम का "होस्ट" क्यों चुना गया।

रात को जब वह अपने कमरे में था, तो उसी समय सिस्टम की आवाज फिर से आई:

**"होस्ट, तुम्हें एक महत्वपूर्ण जानकारी देनी है। यह सिस्टम सिर्फ तुम्हारी मदद के लिए नहीं है, बल्कि तुम्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। तुम्हें अपने स्तर को और ऊंचा करना होगा, क्योंकि एक और सिस्टम—जो पूरी तरह से विपरीत है—तुम्हारे खिलाफ काम कर रहा है।"**

शिवा चौंक गया। "विपरीत सिस्टम?" उसने पूछा।

**"हां, वह एक इविल सिस्टम है, और तुम्हारे जैसे किसी दूसरे होस्ट में हो सकता है। तुम्हें उससे लड़ने के लिए और भी ताकतवर बनना होगा।"**

शिवा की नजरें चपकी हुई थीं। वह इस नई जानकारी से गहरे उलझन में था। उसे अब नहीं पता था कि वह किस दिशा में जा रहा था।

**"तुम्हें तैयारी करनी होगी, होस्ट।"** सिस्टम ने फिर से कहा।

शिवा ने हल्का सा सिर झुका लिया और दिल में एक संकल्प किया। उसे अब न केवल अपनी मदद करनी थी, बल्कि पूरे सिस्टम की रक्षा भी करनी थी। अब उसकी लड़ाई सिर्फ अपनी सफलता के लिए नहीं, बल्कि दुनिया को बचाने के लिए थी।

शिवा ने सिस्टम से वादा किया, "मैं तैयार हूं।"

सिस्टम ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, **"तुम्हारा लेवल अब 3 हो चुका है, लेकिन यह केवल शुरुआत है।"**

शिवा को महसूस हुआ कि अब उसका सफर सिर्फ स्किल्स और पॉइंट्स तक सीमित नहीं था। यह सफर कुछ बहुत बड़ा होने वाला था, और इसके लिए उसे हर दिन एक नई चुनौती का सामना करना होगा।
अगले दिन, शिवा स्कूल के लिए तैयार हो रहा था। अब उसे लग रहा था जैसे उसकी दुनिया पूरी तरह से बदल चुकी हो। पहले जो लड़का हमेशा खुद को कमजोर और निराश महसूस करता था, वही आज खुद को बहुत मजबूत और आत्मविश्वासी महसूस कर रहा था। वह जानता था कि उसके पास कुछ खास है, लेकिन यह सब अचानक से कैसे हुआ, ये वह अब तक पूरी तरह से नहीं समझ पाया था।

आज का दिन भी कुछ खास था। टेस्ट के बाद, शिवा को सिस्टम से नया टास्क मिला था। जब वह स्कूल से घर लौट रहा था, तभी उसे फिर से वही आवाज सुनाई दी।

**"होस्ट, नया टास्क शुरू होता है। तुम्हारे अगले कदम की शुरुआत होगी जब तुम एक नई क्षमता हासिल करोगे।"**

शिवा ने सोचा कि क्या यह उसकी अगली परीक्षा है, लेकिन उसे अब डर नहीं था। उसका आत्मविश्वास अब उसकी सबसे बड़ी ताकत बन चुका था। जब तक उसे सिस्टम की मदद मिलती थी, वह किसी भी चुनौती का सामना कर सकता था।

घर लौटते ही उसने अपनी माँ से कहा, "माँ, मैं थोड़ा अलग महसूस कर रहा हूं। जैसे कुछ नया हो रहा हो।"

काव्या, जो शिवा की सादगी और अच्छाई से हमेशा खुश रहती थी, बोली, "बिलकुल बेटा, जब तुम कुछ अच्छे काम करते हो, तो दुनिया भी अच्छे तरीके से तुम्हारा साथ देती है। बस यही याद रखो, हमेशा सच्चे रहो।"

शिवा ने सिर झुकाया और फिर अपनी माँ को देख कर मुस्कुराया। वह जानता था कि अब उसकी जिम्मेदारी पहले से कहीं अधिक बढ़ गई थी।

अगले दिन, स्कूल में कुछ नया होने वाला था। शिवा को एक और चुनौती का सामना करना था। मोंटी और लोकेश जैसे लड़कों ने फिर से उसे घेर लिया था। वे हमेशा उसका मजाक उड़ाते रहते थे, लेकिन आज शिवा ने कुछ और ही सोच रखा था।

"आज तुम लोगों को ये दिखा दूंगा कि जो तुम सोचते हो, वह गलत है," शिवा ने मन में ठान लिया।

जैसे ही क्लास शुरू हुई, शिवा को वह नोटिफिकेशन मिली, जिसका वह इंतजार कर रहा था।

**"नई स्किल: 'इंस्टेंट रिएक्शन' अब अनलॉक है। यह स्किल तुम्हें किसी भी स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता देती है।"**

शिवा ने उस स्किल का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया। उसने मोंटी और लोकेश को चुनौती दी, "आज हम क्रिकेट खेलते हैं। अगर मैं जीत गया, तो तुम लोग मुझे कुछ नहीं कहोगे।"

मोंटी और लोकेश दोनों हंसी में झूम उठे, "तुम क्रिकेट के बारे में कुछ जानते हो, शिवा?" मोंटी ने मजाक उड़ाया।

"हां, तुम देखोगे," शिवा ने कहा और मैदान में कदम रखा।

मैदान पर सभी ने देखा, जब शिवा ने बॉल को ऐसे टाइम किया जैसे उसे लंबे समय से क्रिकेट खेलते हुए देखा हो। मोंटी और लोकेश चौंक गए। वह जिस गति से गेंद को खेल रहा था, वह असामान्य था।

**"इंस्टेंट रिएक्शन" स्किल का इस्तेमाल करते हुए शिवा ने हर बॉल को अच्छे से खेला।**

कुछ ही देर में, शिवा ने मैच जीत लिया। मोंटी और लोकेश बुरी तरह से चुप हो गए। जिया ने आकर शिवा को बधाई दी और कहा, "तुमने सच में कमाल कर दिया शिवा!"

शिवा ने मुस्कुराते हुए कहा, "यह सिर्फ मेरी मेहनत नहीं है, कुछ और भी है जो मुझे मदद करता है।"

उस रात, जब शिवा अपने कमरे में बैठा था, तो सिस्टम ने फिर से संपर्क किया:

**"होस्ट, तुमने अच्छा किया, लेकिन अब समय आ गया है कि तुम्हें अगला बड़ा कदम उठाना होगा।"**

"अगला कदम?" शिवा ने पूछा।

**"तुम्हें अब अपनी शक्तियों का सही इस्तेमाल करना होगा। तुम्हारा मुकाबला उस 'इविल सिस्टम' से होगा, जो किसी और के अंदर छिपा हो सकता है। तुम जो सीख रहे हो, वह तुम्हारी ताकत है, लेकिन तुम्हें इसे पूरी तरह से समझना होगा।"**

शिवा समझ गया कि अब उसे केवल अपनी पढ़ाई में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में कुछ बड़ा करना था। सिस्टम के द्वारा दी गई शक्तियों का मतलब अब सिर्फ खुद के लिए नहीं था, बल्कि दूसरों की मदद करने के लिए भी था।

**"मैं तैयार हूं,"** शिवा ने प्रण लिया। **"अब जो भी होगा, मैं उसे अपने तरीके से करूंगा।"**

शिवा ने फिर अपने लक्ष्य को तय किया। उसे अब सिस्टम के रहस्यों को समझना था और पता करना था कि वह इस शक्ति के साथ कितनी दूर जा सकता था। अब उसका रास्ता सिर्फ शिक्षा और खेल तक सीमित नहीं था। उसे उस ‘इविल सिस्टम’ से भी लड़ना था, जो कहीं न कहीं उसे चुनौती देने के लिए तैयार था।