माफिया की नजर में

(1)
  • 27
  • 0
  • 507

एक अनजानी शुरुआत"कभी-कभी हमारी सबसे बड़ी गलती होती है... किसी की आँखों में सुकून तलाशना, जहाँ हकीकत में सिर्फ़ तूफान छुपा होता है।"वो थी अहाना शर्मा। एक ऐसी लड़की, जो बाहर से देखने में बिल्कुल आम लगती थी। उम्र? मुश्किल से 18 बरस। चेहरा? मासूम, जैसे चाँद की किरणों से बुना हुआ। आँखें? सपनों से भरी, लेकिन दिल में एक अनजाना डर लिए हुए। एक छोटे से शहर से निकलकर, वो दिल्ली जैसे महानगर में अपने सपनों को पंख देने आई थी। नया कॉलेज, नई ज़िंदगी, और एक नया सफ़र। लेकिन उसे क्या पता था कि ये सफ़र उसकी ज़िंदगी को हमेशा के लिए बदल देगा।कॉलेज का पहला दिन।

1

माफिया की नजर में - 1

माफ़िया की नज़र मेंIntro Part: एक अनजानी शुरुआत कभी-कभी हमारी सबसे बड़ी गलती होती है... किसी की आँखों में तलाशना, जहाँ हकीकत में सिर्फ़ तूफान छुपा होता है। वो थी अहाना शर्मा।एक ऐसी लड़की, जो बाहर से देखने में बिल्कुल आम लगती थी।उम्र? मुश्किल से 18 बरस।चेहरा? मासूम, जैसे चाँद की किरणों से बुना हुआ।आँखें? सपनों से भरी, लेकिन दिल में एक अनजाना डर लिए हुए।एक छोटे से शहर से निकलकर, वो दिल्ली जैसे महानगर में अपने सपनों को पंख देने आई थी। नया कॉलेज, नई ज़िंदगी, और एक नया सफ़र। लेकिन उसे क्या पता था कि ये सफ़र उसकी ...Read More