🕰️ समय: रात 12:45
📍स्थान: वीरान बंगला — टूटी खिड़कियाँ, लहू की गंध, और झपकती रौशनी
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[Raj दीवार के सहारे खड़ा है, आँखों में पागलपन झलकता है]
Raj (हँसते हुए):
"मार दे Roz… हाँ, मार दे! ख़त्म कर दे सबको! आज कोई नहीं बचे!"
[Roz की आँखें पथरा चुकी हैं, होंठ काँप रहे हैं, हाथ में कड़ाली चमक रही है]
Roz (बुदबुदाते हुए):
"Raj... पहले तेरी बारी... फिर उनकी।"
[Romi और Joy धीरे-धीरे पीछे हटते हैं, दोनों घबराए हुए, पर तैयार]
Joy (चिल्लाते हुए):
"Roz! होश में आओ! ये तुम नहीं हो!"
Romi (भीगी आँखों से):
"Roz… रुक जाओ! तुम पागल हो रही हो… मत करो ये सब!"
[Roz एक झटके में दौड़ती है… Raj के पास पहुँचती है, आँखों में पागल हँसी]
Raj (हँसता है):
"लगता है तू भी मेरी तरह पागल हो गई है… हाहाहा!"
[Roz अचानक कड़ाली उठाती है, Raj पर वार करने ही वाली होती है कि—]
Romi पीछे से एक फूलदान उठाकर Roz के सिर पर दे मारती है!
(धप्प! खून बहने लगता है)
Roz (झुकी आँखों से मुस्कुराती है):
"बहुत चालाक हो गई है तू Romi..."
[वो अब Romi की तरफ दौड़ती है — झपटकर Joy को धक्का देती है और उसकी पीठ पर कड़ाली मारती है]
Joy (कराहते हुए गिरता है):
"आह... Romi… भागो!"
[Romi काँपती है, फिर Roz को लाल बैग दिखाती है]
Romi (चिल्लाकर):
"ये देख Roz! यही चाहिए न तुझे? तेरा Red Bag!"
Roz की आँखें लाल हो जाती हैं, जैसे उसमें जान लौट आई हो
Roz:
"हाँ! यही है मेरा… सब मेरा! पैसे... गहने... सब! लेकिन पहले तुम्हारा काम तमाम करूँगी!"
[Romi Red Bag लेकर भागती है — Roz उसके पीछे कड़ाली उठाकर दौड़ती है]
Roz (पागलों की तरह चिल्लाती है):
"रुक Romi! तू कहीं नहीं जा सकती!"
[Romi गिरती है — Roz उसके ऊपर बैठ जाती है]
Roz (हँसते हुए):
"कितना भागेगी? अब कोई नहीं बचाएगा तुझे… आज सब ख़त्म!"
[Romi आँखें बंद कर लेती है — Roz कड़ाली ऊपर उठाती है… और तभी—]
💥 “ठांय!” – एक गोली की आवाज़ गूंजती है
Roz की आँखें फैलती हैं — माथे से खून बहता है — वो लड़खड़ाती है… और Romi के ऊपर गिर पड़ती है। कड़ाली उसके हाथ से छूट जाती है।
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🌑 [Dead Silence… सिर्फ़ झींगुरों की आवाज़ और दूर से आती हवा की सरसराहट]
Romi काँपती है… आँखें खोलती है… और धीरे से Roz की नब्ज़ टटोलती है… Roz अब नहीं रही।
📖 Chapter 16:
(Background: रात का तीसरा पहर है। घर के अंदर हर कोना बिखरा हुआ है – फर्श पर खून, दीवारों पर उभरी परछाइयाँ, और हवा में फैला डर।)
[सीन शुरू होता है – टूटी खिड़की से आती चाँदनी की हल्की रौशनी और ज़मीन पर पड़े Joy के घायल शरीर के साथ।]
Joy (खून से लथपथ, लड़खड़ाती साँसों में):
"र... रोमी... भागो... भाग जाओ..."
[Roz की आँखों में पागलपन उतर चुका है। वो कोदाड़ी को Romi की तरफ उठाती है – उसकी साँसे तेज़ हैं, होंठों पर एक क्रूर मुस्कान।]
Roz (दाँत भींचते हुए):
"अब कोई नहीं बचेगा... कोई नहीं..."
[तभी... कमरे का दरवाज़ा ज़ोर से खुलता है। हल्की सी हवा भीतर आती है और उसी के साथ किसी के बूट की आहट गूंजती है।]
Joy (धीरे से अपनी आँखें खोलता है):
"क...कौन है?"
[हल्की रोशनी में सिर्फ पैर दिखते हैं – भारी बूट। फिर धीरे-धीरे हाथ नज़र आते हैं – हाथ में एक चमचमाती पिस्तौल।]
Romi (डरी हुई लेकिन शांत):
"क... कौन हो तुम?"
[वो शख्स बिना कुछ कहे, सीधा Roz की तरफ पिस्तौल तान देता है… और धांय – गोली चलती है। Roz लड़खड़ाकर Romi पर गिरती है।]
[कमरे में सन्नाटा छा जाता है। Romi धक्का देकर Roz के शव को खुद से दूर करती है, फिर धीरे-धीरे खड़ी होती है।]
Romi (साँस लेते हुए):
"...Achi entry thi."
[वो शख्स मुस्कुराता है। फिर धीरे से अपनी टोपी उतारता है, चश्मा निकालता है। और चेहरा सामने आता है – Joy की आँखें फैल जाती हैं।]
Joy (हक्का-बक्का):
"ये... ये Aarav है! वही इंसान जिसने मुझे पैसे दिए थे... हम सब पर नज़र रखने को!"
Aarav (आहिस्ता, सधी हुई मुस्कान के साथ):
"हाँ, मैं ही हूँ। और ये सारा खेल भी मैंने ही शुरू करवाया था... मगर सुनो—ये प्लान मेरा नहीं था।"
Joy (गुस्से में):
"फिर किसका था?! और क्यों मारा तुमने सबको?!"
[Romi Aarav और Joy के बीच आकर खड़ी हो जाती है। उसकी आँखों में आंसू हैं, पर चेहरा कठोर।]
Romi (धीरे से):
"इतनी देर से क्यों आए?"
Aarav (हँसते हुए, आँखों में शैतानी चमक):
"तुम्हारा ही काम कर रहा था... Sonal को मारने में वक्त लग गया। उसे खत्म करना आसान नहीं था।"
[Joy को जैसे करंट लगता है। उसकी आँखें Romi पर टिक जाती हैं – बेमानी विश्वास के साथ।]
Joy (हौले से, टूटती आवाज़ में):
"Romi...? तुम... तुम भी इस सब में शामिल थी? तुमने...? क्यों?"
[Romi सिर झुका लेती है। कोई जवाब नहीं। बस चुप्पी।]
Aarav (हँसते हुए):
"चलो अब ड्रामा बहुत हो गया। Romi, बताओ – Joy को पहले मारें या Raj को?"
Romi (धीरे से):
"Joy को बाद में... पहले Raj को... वो मेरा भाई है... उसे मैं खुद मारूँगी।"
Aarav (पिस्टल आगे बढ़ाते हुए):
"ये लो Romi... सारे ग़ुस्से की गोलियाँ निकाल दो। तुम्हें तो इस पल का कब से इंतज़ार था..."
Joy (बेबस):
"Romi! नहीं! तुम ऐसी नहीं हो... मत करो ये सब..."
[Raj ज़मीन पर अधमरा पड़ा है, होठों पर हल्की मुस्कान, आँखें अधखुली, पर शांत।]
[Aarav अब पैसों के पास जाता है – दो बैग वहाँ हैं – एक काला और एक लाल। लाल खाली है, काला आधा खुला जिसमें नोट और जेवर रखे हैं।]
Aarav (हैरान होकर):
"ओह! क्या बात है Romi! तुमने बैग भी बदल दिया? चालाकी अच्छी है..."
[वो झुककर काले बैग की ज़िप बंद करता है, तभी—एक सूई जैसी चीज़ उसके हाथ में चुभती है। Aarav चौंकता है। Romi अब Raj को छोड़कर Aarav की तरफ पिस्टल तान देती है।]
Joy (हैरानी और राहत के बीच):
"Romi...? ये... क्या हो रहा है?"
Romi (सख़्ती से, ठंडी आवाज़ में):
"Game over, Aarav."