आओ सुनाओ तुम्हें एक धोखे की कहानी एक था लड़का और एक थी लड़की दीवानी यहां किसने किसको दिया था धोखा यही है इस कहानी का किस्सा ।।
यह कहानी है धोखे की.....
रिचा और राजीव जिन्होंने हाल ही में लव मैरिज की थी। वह अपने नए घर में शिफ्ट हुए थे। रिचा नए घर की सेटिंग में व्यस्त थी, वहीं राजीव अपनी जॉब में व्यस्त हो गया था। रिचा भी अपने लीव पीरियड्स को समाप्त कर वापस जॉब ज्वाइन कर चुकी थी।
दोनों का ऑफिस अलग अलग था। इसलिए दोनों अलग अलग ही ऑफिस जाते थे। एक दिन रिचा, राजीव को होटल में एक लड़की के साथ देख लेती है। उस दिन वह अपनी मीटिंग के लिए वहां आई हुई थी। उसे राजीव पर बहुत गुस्सा आता है। वह राजीव को सबक सिखाने के लिए उसी का रास्ता अपनाती है।
उसका एक मेल कलीग जो उसे डेट के लिए कई बार पूछ चुका था, रिचा उसके साथ डेट पर जाने के लिए हां कर देती है।
वह भी राजीव से कोई बात किए बिना ही उस दूसरे लड़के को डेट करना शुरू कर देती है। एक दिन राजीव, रिचा को उस लड़के के साथ देख लेता है। उसे भी रिचा पर बहुत गुस्सा आता है। दोनों ने एक दूसरे से बात करनी बंद की हुई थी। दोनों एक दूसरे से कटे कटे से रहने लगे थे।
ऐसे ही बिना बात किए साथ रहते रहते उन्हें काफी दिन बीत गए थे। एक दिन राजीव, रिचा से उसके दोस्तों को घर बुलाने के लिए कहता है। रिचा कहती है...मुझे लगता है तुम्हें भी ऐसा ही करना चाहिए।
दोनों अपने अपने दोस्तों को घर बुलाने के लिए तैयार हो जाते हैं। दोनों एक पार्टी का इंतजाम करते हैं।
आज रिचा और राजीव के घर पार्टी थी। उनके सारे दोस्त आए हुए थे। और वो दोनों भी जिन्हें वह डेट कर रहे थे।
रिचा, राजीव और उस लड़की को एक कमरे में अकेले बात करते हुए देखती है। वह छुपकर उनकी बातें सुनने लगती है।
वह लड़की कहती है....तुम उसे छोड़ क्यों नहीं देते राजीव ???
राजीव कहता है....यह इतना आसान नहीं है, डाइवोर्स होते होते लंबा वक्त गुजर जाएगा। मुझे कुछ और सोचना होगा।
वह लड़की कहती है...क्यों ना तुम उसे ठिकाने लगा दो, वह राजीव के आगे गन सरकाते हुए कहती है। राजीव बड़ी बड़ी आखें कर उसे देखता और फिर हंसने लगता है।
रिचा यह सुन घबरा जाती है। वह मन में कहती है... मैं सोच भी नही सकती थी कि राजीव तुम मुझे मारने के बारे में सोचोगे। उसके माथे पर आई पसीने की बूंदे उसके अंदर के डर को बयां कर रही थी।
रिचा को डरा हुआ और घबराया हुआ देख उसका वह दोस्त उससे पूछता है....क्या हुआ रिचा ???
रिचा उसे बताते हुए कहती है...राजीव अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर मुझे मारने की प्लैनिंग कर रहा है। मैं यह सोच भी नहीं सकती थी। उस लड़के के चेहरे के रंग बदलने लगते हैं। वह अपनी पॉकेट से एक बड़ा सा और पैना चाकू निकाल कर उसे देते हुए कहता है..तुम भी उसे मत छोड़ना।
वह लड़की चाकू को पकड़े ध्यान से देखती है और रजामंदी से सर हिला देती है।
राजीव यह देख लेता है और मन में कहता है....तुम मुझे रास्ते से हटाने की प्लैनिंग कर रही हो रिचा, तुम इतनी कैसे बदल गई ??
पार्टी खत्म हो जाती है। दोनों अपने मन में शक लिए उस घर में अकेले रह जाते हैं। राजीव, रिचा के हाथो में पैना खंजर देख अपनी गन निकाल कर रिचा पर उसे प्वाइंट करते हुए कहता है....कुछ भी करने के बारे में मत सोचना रिचा ???
रिचा कहती है....तुम मुझे मारने की कोशिश करोगे और मैं कुछ नहीं करूंगी तुमने सोचा भी कैसे ???
राजीव कहता है...तुम इस खंजर को नीचे फेंक दो।
रिचा कहती है...तुम्हें मैं बेवकूफ नजर आती हूं।
राजीव कहता है...रिचा वहीं रुको तुम, आगे मत बढ़ो।
रिचा कहती है....तुम अपने हाथ में पकड़ी इस गन को फेंक दो पहले।
दोनों एक दूसरे पर निशाना साधे खड़े हुए थे। राजीव का पैर रास्ते में पड़े एक गुलदस्ते पर पड़ता है और हड़बड़ी में उसके हाथ से ट्रिगर दब जाता है। गोली जाकर रिचा के पेट में लग जाती है। वहीं दूसरी तरफ रिचा अपनी तरफ आती गोली को देख नाइफ को फेंक देती है जो राजीव के पेट में जाकर घुस जाता है।
दोनों मरते मरते एक दूसरे से सवाल करते हैं...तुमने मुझे धोखा क्यों दिया ???
रिचा कहती है....तुमने मुझे धोखा दिया राजीव, मैंने तुम्हें हमेशा प्यार किया। तुम्हें जलाने के लिए अपने दोस्त के साथ डेट पर जाने का दिखावा भी किया, लेकिन तुमने मुझे अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर मारने की साजिश रच डाली।
राजीव यह सुनकर हैरानी से कहता है....यह सच नहीं है, वो लड़की मेरी दोस्त है। मैं उसे डेट नहीं कर रहा था, वह पुलिस ऑफिसर है। उसकी ड्यूटी यहां लगी थी इसलिए उसकी मदद कर रहा था। वह मुझे तुम्हारे बॉयफ्रेंड को धमकाने के लिए कह रही थी।
रिचा कहती है...वो बस मेरा एक दोस्त है और कुछ नहीं।
दोनों को पछतावा होता है लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता था दोनों मौत के नजदीक थे।
अगले दिन सबको उनकी मौत की खबर मिलती है। सब हैरान थे।
आरजे रेवांश कहता है...बताओ किसने किसको धोखा दिया यहां???? एक दूसरे से बात करना कितना जरूरी होता है देखा आप लोगों ने। अगर इन दोनों ने एक दूसरे से बात कर ली होती आज यह दोनों जिंदा होते। वह आगे कहता है....आरजे रेवांश की कहानी में हॉरर ना मिले यह हो नहीं सकता अब सुनो आगे.....
वहीं गाड़ी चलाते हुए राजीव की वह दोस्त एफएम पर यह कहानी सुन रही थी। उसकी आखों के आगे वह दृश्य आते हैं जब राजीव और रिचा मरे हुए थे। उसके माथे पर डर की लकीरें उभरने लगती हैं। उसी के साथ दूसरी सीट पर बैठा वह लड़का जो रिचा का दोस्त था, वह भी डर गया था। वह जल्दी से एफएम बंद करने लगते हैं लेकिन एफएम बंद हो कर भी बंद नहीं होता।
आरजे रेवांश की कर्कश आवाज उन्हें सुनाई देती है....तुम दोनों ने क्या सोचा किसी को नहीं पता चलेगा इस बारे में???
दोनों हकलाते हुए पूछते हैं.... "क " "क" कौन है यहां ???
आरजे रेवांश कहता है....आपका प्यारा आरजे। जिससे किसी का कोई राज नहीं छुपता, इतना कहकर वह एक भयानक हंसी हंसने लगता है।
दोनों खौफ से भर गए थे। वह दोनों गाड़ी से निकल कर सड़क पर भागने लगते हैं।
सड़क पर भागते हुए उन्हें राजीव और रिचा दिखाई देते हैं। एक के पेट से गोली लगने के बाद आर पार दिख रहा था और दूसरे के पेट में खंजर घुसा हुआ था।
राजीव अपने पेट से खंजर निकाल कर उस लड़के के पास आता है और कहता है....तुमने जान बूझकर मुझे मारने की प्लैनिंग की थी ना ताकि तुम मेरी रिचा को पा सको लेकिन अब तुम खुद भी मरोगे इतना कहकर वह भयंकर हंसी हंसते हुए कहता है....लो मरो अब तुम भी।
इतना कहकर वह उस लड़के के पेट में उस खंजर को घोंप देता है। वह उस खंजर को उसके पेट में इतनी बार घोंपता है उसके पेट का मांस निकल कर बाहर निकल आता है और उसका खून भूत बन गए राजीव के चेहरे पर लग गया था।
वहीं रिचा अपने पेट में हाथ डालती है उसके पेट से गोली बाहर निकलती है जिसे वह अपने हाथ में पकड़ी गन में डालती है और उस लड़की पर वह गोलियों की बौछार कर देती है। सारी गोलियां एक साथ उस लड़की के पेट में घुस जाती हैं। रिचा उस लड़की के पास आकर कहती है....तुमने मेरे राजीव को पाने के लिए मुझे मारने की प्लैनिंग की थी अब इसकी सजा भुगतो।
वो दोनों भी मर चुके थे। वहीं रिचा और राजीव भी एक दूसरे का हाथ पकड़े गायब हो गए थे।
चारों तरफ आरजे रेवांश की कर्कश हंसी की ध्वनि ही सुनाई पड़ रही थी।
कहानी समाप्त।~ आरजे रेवांश भूतिया एफएम #धोखा
- कंचन सिंगला