Chapter 16: प्यार और पहचान की जंग
शादी को एक महीना हो चुका था। मनाली से लौटने के बाद, ज़िंदगी फिर से अपनी रफ्तार पकड़ चुकी थी। काव्या अब सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाकर अपने नए किरदार — एक पत्नी और एक उभरती एक्ट्रेस — में ढलने की कोशिश कर रही थी। वहीं आरव नेटफ्लिक्स के प्रोजेक्ट के लिए दिन-रात एक कर रहा था।
कभी वो देर रात स्क्रिप्ट पर काम करता, कभी कास्टिंग टीम से झगड़ता। लेकिन उसकी सबसे बड़ी उलझन थी — फीमेल लीड।
काव्या ने एक दिन चाय बनाते हुए पूछा,
“अब तक हीरोइन फाइनल नहीं हुई?”
आरव ने थके हुए अंदाज़ में कहा,
“जो मैं ढूंढ रहा हूँ, वैसी कोई मिल ही नहीं रही।”
काव्या ने हँसते हुए कहा,
“तुझे कौन चाहिए? आलिया भट्ट मिल जाए क्या?”
आरव ने मुस्कुराकर जवाब दिया,
“नहीं, मुझे काव्या जैसी चाहिए... पर स्क्रीन पर काव्या बनने के लिए दिल भी चाहिए, एक्टिंग नहीं।”
काव्या कुछ पल को चुप रही। पहली बार उसे लगा कि शायद वो इस कहानी का हिस्सा बन सकती है — सिर्फ पत्नी नहीं, प्रेरणा भी।
ऑडिशन का ट्विस्ट
कुछ दिनों बाद काव्या ने बिना बताए ही ऑडिशन दिया — गुपचुप नाम से, बिना अपने फॉलोअर्स की मदद लिए।
जब ऑडिशन क्लिप आरव के सामने आई, तो वो कुछ सेकंड्स में ही ठिठक गया।
“ये लड़की... इसकी आंखों में कुछ जाना-पहचाना सा है,” उसने बड़बड़ाया।
ऑडिशन टीम ने बताया कि लड़की ने नाम "के. मेहरा" से अप्लाई किया है।
“डिटेल्स भेजो मुझे,” आरव ने कहा।
फिर जब उसने फुटेज ध्यान से देखा — मुस्कान, एक्सप्रेशन, और डायलॉग डिलीवरी — सब कुछ काव्या जैसा लगा, लेकिन उसे यकीन नहीं हुआ कि ये वही हो सकती है।
घर पर हलचल
आरव जब घर पहुँचा तो उसका चेहरा उलझन से भरा था।
काव्या ने पूछा, “क्या हुआ?”
“एक लड़की ने ऑडिशन दिया है... कुछ अजीब सा कनेक्शन महसूस हो रहा है... अजीब बात ये है कि वो तुम्हारी तरह लगती है।”
काव्या ने खुद को रोकते हुए कहा,
“शायद कोई तुम्हारे दिमाग में बैठी है जो हर चेहरे में मुझे देखता है।”
आरव मुस्कुराया, “शायद... या फिर मेरा दिल अब भी तुझे नए रूपों में ढूंढता रहता है।”
काव्या मन ही मन मुस्कुरा उठी।
सच्चाई का खुलासा
दो दिन बाद, जब पूरी टीम ने उस लड़की को फाइनल करने का फैसला लिया और उसे फाइनल मीटिंग के लिए बुलाया गया — तब सबके सामने आई काव्या मेहरा।
आरव हक्का-बक्का रह गया।
“तुम?” उसने चौंकते हुए पूछा।
“हाँ... बिना नाम, बिना लाइक्स, सिर्फ तुम्हारी कहानी के लिए आई थी... ताकि तुम खुद तय कर सको कि मैं वाकई उस किरदार के लायक हूँ या नहीं।”
पूरी टीम तालियाँ बजा रही थी, लेकिन आरव की आंखों में गर्व और प्यार चमक रहा था।
काम और शादी के बीच की उलझन
शूट शुरू होते ही दोनों की ज़िंदगी में नया मोड़ आया। अब वो पति-पत्नी होने के साथ-साथ डायरेक्टर और एक्ट्रेस भी थे।
कभी-कभी सेट पर काव्या देर से आती, तो आरव डायरेक्टर वाला रूप ले लेता —
“टाइम का कोई मतलब नहीं?”
और जवाब में काव्या कहती,
“घर पे तो तुम्हारे लिए चाय भी बना लेती हूँ, यहाँ थोड़ा स्टार वाला ट्रीटमेंट तो मिलेगा!”
रोज़ सेट पर रोमांस और तकरार का नया एपिसोड चलता, और क्रू मेंबर्स चुपचाप एंजॉय करते।
फाइनली... प्रीमियर की तैयारी
सीरीज़ का शूट पूरा हुआ। अब बारी थी लॉन्च की। पोस्टर रिलीज़ हुआ — काव्या फ्रंट में थी, और नीचे लिखा था:
"Inspired by a true love story — MUZE"
फैंस ने जब काव्या को एक्टिंग करते देखा, तो सब दंग रह
गए। वो सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नहीं, अब एक एक्ट्रेस बन चुकी थी।
और उस रात आरव की डायरी में लिखा गया:
“आज मेरी कहानी को चेहरा मिला है — उसका चेहरा।
और मेरी ज़िन्दगी को भी — उसका साथ।
प्यार सिर्फ मिलना नहीं होता,
प्यार एक-दूसरे की पहचान बन जाना होता है।”