Abhay’s Love Laiba – A Gaming Girl in Hindi Love Stories by Abhay Marbate books and stories PDF | अभय की मोहब्बत लैबा - एक गेमिंग गर्ल

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अभय की मोहब्बत लैबा - एक गेमिंग गर्ल

🌸 अभय की मोहब्बत लैबा – एक गेमिंग गर्ल 🌸

अभय हमेशा से थोड़ा अलग था। पढ़ाई-लिखाई में अच्छा, मगर उसका असली शौक था गेमिंग। उसे घंटों तक मोबाइल पर PUBG और BGMI खेलना बहुत पसंद था। लेकिन यह शौक केवल टाइमपास नहीं था, बल्कि उसकी पैशन बन चुका था।

इसी पैशन ने उसे एक दिन उस लड़की से मिलवाया, जिसने उसकी ज़िंदगी बदल दी—लैबा।


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पहली मुलाकात – गेमिंग की दुनिया में

एक शाम अभय अपने रूम में बैठा PUBG खेल रहा था। अचानक उसकी टीम में एक नया वॉयस जुड़ा—
“Hi guys, ready?”

वो आवाज़ किसी लड़की की थी। अभय चौंक गया। गेमिंग में लड़कियाँ बहुत कम होती हैं, और इतनी कॉन्फिडेंट आवाज़?

“हाँ… ready,” अभय ने धीमे से जवाब दिया।

लड़की ने अपना नाम बताया—लैबा।

गेम शुरू हुआ, मगर अभय का ध्यान ज़्यादा गेम पर नहीं बल्कि उस आवाज़ पर था। लैबा न सिर्फ़ अच्छी प्लेयर थी बल्कि बहुत फ्रेंडली भी।

मैच ख़त्म होते ही लैबा ने कहा—
“Nice game, Abhay. You play really well.”

बस, वहीं से दोनों की दोस्ती की शुरुआत हो गई।


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दोस्ती से बढ़कर

धीरे-धीरे वो दोनों रोज़ साथ खेलने लगे। सुबह कॉलेज और शाम को गेमिंग। दोनों की चैट्स लंबी होती जा रही थीं।

अभय को उसकी हँसी, उसका बोलने का अंदाज़, और सबसे बढ़कर उसका गेमिंग पैशन बहुत अच्छा लगने लगा।

लैबा भी अभय को पसंद करने लगी थी। वो कहती,
“Abhay, तुमसे गेम खेलकर मज़ा आता है, तुम सिर्फ़ टीममेट नहीं, अच्छे दोस्त भी हो।”

अभय हर रोज़ उस पल का इंतज़ार करने लगा जब लैबा ऑनलाइन आती। अब वो सिर्फ़ गेम नहीं खेल रहे थे, बल्कि एक-दूसरे को समझने लगे थे।


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पहली बार मुलाकात का वादा

एक दिन लैबा ने कहा—
“Abhay, हम सिर्फ़ गेम में ही कब तक दोस्त रहेंगे? कभी सामने मिलना चाहिए।”

अभय का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। उसने तुरंत हाँ कर दी।

दोनों ने तय किया कि शनिवार को शहर के गेमिंग कैफ़े में मिलेंगे।


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वो दिन – जब पहली बार मिले

शनिवार की शाम। अभय कैफ़े पहुँचा, दिल में लाखों सवाल—
“लैबा कैसी होगी? वैसी ही जैसी सोचता हूँ? या फिर कुछ और?”

और फिर, दरवाज़े से अंदर आती हुई लड़की ने उसकी धड़कनें थाम दीं।

काले हिजाब में, हल्की सी मुस्कान के साथ लैबा सामने थी। वही आत्मविश्वास, वही प्यारी मुस्कान।

“Hi Abhay, finally we meet!”

अभय मुस्कुराया, मगर अंदर से वो बहुत नर्वस था।

दोनों ने कॉफ़ी पी और घंटों बातें कीं—गेमिंग, लाइफ़, सपने, और हँसी-मज़ाक। उस दिन के बाद, उनकी दोस्ती और गहरी हो गई।


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मोहब्बत की शुरुआत

अब तो हाल ये था कि दोनों का दिन बिना बात किए अधूरा लगता।

अभय ने खुद से स्वीकार कर लिया था—उसे लैबा से प्यार हो गया है।

लेकिन कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।

एक रात गेम खेलते-खेलते अचानक लैबा ने कहा—
“Abhay, तुम जानते हो, मुझे तुमसे बात करके बहुत सुकून मिलता है।”

अभय मुस्कुराया। यही सही वक्त था। उसने धीरे से कहा—
“लैबा, मुझे भी… लेकिन सिर्फ़ सुकून नहीं, मुझे तुमसे प्यार हो गया है।”

कुछ देर चुप्पी छाई रही। अभय का दिल जैसे थम गया हो।

फिर लैबा ने हँसते हुए कहा—
“तुम्हें क्या लगा, मुझे पता नहीं था? I love you too, Abhay.”


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रिश्ते की चुनौतियाँ

प्यार का इज़हार तो हो गया, लेकिन असली इम्तहान अब शुरू हुआ।

लैबा का परिवार बहुत सख़्त था। वो नहीं चाहता था कि लैबा गेमिंग में ज़्यादा टाइम लगाए।

वहीं, अभय का सपना था प्रो गेमर बनना और अपने नाम से टूर्नामेंट जीतना।

दोनों को समझ नहीं आ रहा था कि अपने रिश्ते को कैसे आगे बढ़ाएँ।


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सपनों की जंग

अभय ने तय किया कि वो अपने पैशन को करियर बनाएगा। उसने लैबा से कहा—
“अगर हम दोनों साथ हैं, तो कोई भी मुश्किल आसान है।”

लैबा भी उसके साथ खड़ी रही।

दोनों ने मिलकर कई छोटे टूर्नामेंट्स खेले और जीतना शुरू किया। धीरे-धीरे उनका नाम गेमिंग कम्युनिटी में फैलने लगा।


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प्यार और जीत

एक साल बाद, दोनों ने एक बड़े ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में हिस्सा लिया।

सभी टीमों को हराकर, फ़ाइनल में भी उन्होंने जीत दर्ज की।

उस मंच पर, जब ट्रॉफी उनके हाथ में थी, अभय ने सबके सामने कहा—
“ये जीत सिर्फ़ मेरी नहीं, बल्कि मेरी पार्टनर लैबा की भी है। उसने मुझे हिम्मत दी, प्यार दिया।”

पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।


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अंत – यादों में बसी मोहब्बत

आज अभय और लैबा सिर्फ़ गेमिंग पार्टनर्स नहीं, बल्कि लाइफ़ पार्टनर्स भी बन चुके हैं।

उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि प्यार वहीं होता है जहाँ सपने और दिल एक हो जाते हैं।


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