Silent Hearts - 13 in Hindi Love Stories by InkImagination books and stories PDF | Silent Hearts - 13

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Silent Hearts - 13

साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)
लेखक: InkImagination
एपिसोड 13: दिल की लय (The Rhythm of the Heart)

सियोल की रातें अब जिवोन और मिन्हो के लिए एक नई धुन बजा रही थीं। उनकी साथ में बनाई गई धुन, मिन्हो का वादा—“तुम मेरे लिए वो धुन हो”—और उनकी बाहों की गर्माहट ने जिवोन के दिल में एक ऐसी लय पैदा की थी, जो हर मुश्किल को पार करने की ताकत दे रही थी। जिवोन की स्कूलरशिप की शुरुआत एक नई उम्मीद लेकर आई थी, लेकिन मिन्हो के भाई, किम जुनसु, का अचानक आगमन और उसके पिता का एक साल का अल्टीमेटम अब भी उनके रास्ते में कांटों की तरह था।
पार्क जुनहो की दोस्ताना लेकिन ताने भरी टिप्पणियाँ जिवोन और मिन्हो के रिश्ते में हल्का तनाव ला रही थीं। फिर भी, मिन्हो का प्यार और उसका भरोसा जिवोन को हर जंग जीतने की हिम्मत दे रहा था। क्या जिवोन और मिन्हो अपनी धुन को दुनिया तक पहुँचा पाएँगे? और क्या उनका प्यार इन नई चुनौतियों को पार कर पाएगा?

🎶 स्कूलरशिप की नई चुनौती
जिवोन की स्कूलरशिप की पहली बड़ी क्लास सियोल के म्यूज़िक इंस्टिट्यूट में शुरू हो चुकी थी। प्रोफेसर ने स्टूडेंट्स को एक ग्रुप प्रोजेक्ट सौंपा था—एक नई धुन बनानी थी, जो एक म्यूज़िक फेस्टिवल में पेश की जाएगी। जिवोन को पार्क जुनहो के साथ पार्टनर बनाया गया था।
म्यूज़िक रूम में जिवोन और जुनहो एक साथ बैठे थे। जिवोन अपने कीबोर्ड पर कुछ स्वर आज़मा रहा था, जबकि जुनहो अपनी गिटार पर नोट्स बजा रहा था। “जिवोन, तुम्हारी धुन हमेशा इतनी गहरी क्यों होती है?” जुनहो ने हँसते हुए पूछा। “इसमें कुछ… प्यार जैसा है।”
जिवोन का चेहरा लाल हो गया। “बस… ऐसा ही आता है।”
जुनहो ने आँख मारकर कहा, “ह्म्म, शायद मिन्हो की वजह से? वो तो तुम्हारा म्यूज़ लगता है।”
जिवोन ने हल्के से मुस्कुराया, लेकिन उसका मन उलझ गया। जुनहो की बातें हमेशा उसे असहज कर देती थीं, लेकिन इस बार उनमें एक दोस्ताना गर्माहट भी थी। “चलो, काम शुरू करें,” जिवोन ने बात बदलते हुए कहा।
उनकी धुन धीरे-धीरे आकार ले रही थी, लेकिन जिवोन को लग रहा था कि इसमें कुछ कमी थी। उसे मिन्हो की कमी महसूस हो रही थी—वही मिन्हो, जिसकी मौजूदगी में उसकी धुनें जादू बन जाती थीं।

😤 मिन्हो और जुनसु का टकराव
उस दोपहर जिवोन मिन्हो से मिलने कॉफ़ी शॉप गया। मिन्हो अपनी शिफ्ट पर था, लेकिन उसका चेहरा थोड़ा उदास था। जिवोन ने तुरंत भाँप लिया। “मिन्हो, क्या हुआ? तुम ठीक हो?”
मिन्हो ने एक गहरी साँस ली। “जिवोन, मेरे ह्युंग… जुनसु… वो फिर से मुझसे मिलने आए थे। वो चाहते हैं कि मैं सियोल छोड़कर उनके साथ वापस जाऊँ। वो कहते हैं कि मैंने परिवार को धोखा दिया।”
जिवोन का दिल भारी हो गया। उसने मिन्हो का हाथ थाम लिया। “मिन्हो, तुमने कुछ गलत नहीं किया। तुमने अपने सपनों को चुना, जैसे मैंने। और मैं… मैं तुम्हें कहीं जाने नहीं दूँगा।”
मिन्हो ने जिवोन की ओर देखा, उसकी आँखों में एक हल्की-सी चमक थी। “जिवोन, तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ। लेकिन जुनसु… वो आसानी से पीछे नहीं हटेंगे।”
तभी कॉफ़ी शॉप का दरवाज़ा खुला, और जुनसु अंदर आया। उसने जिवोन और मिन्हो को हाथ थामे देखा, और उसकी नज़रें सख्त हो गईं। “मिन्हो, तुम अब भी इन बेकार रिश्तों में उलझ रहे हो?” उसने ठंडी आवाज़ में कहा।
मिन्हो ने जिवोन का हाथ और कसकर थामा। “ह्युंग, जिवोन मेरे लिए बेकार नहीं है। वो मेरा सब कुछ है। और मैंने जो चुना, वो मेरा फैसला था। तुम मुझे रोक नहीं सकते।”
जुनसु ने एक पल के लिए चुप्पी साधी, फिर जिवोन की ओर देखा। “तुम… तुम मिन्हो को और गलत रास्ते पर ले जा रहे हो।”
जिवोन ने हिम्मत जुटाकर कहा, “मैं मिन्हो को कहीं नहीं ले जा रहा। हम एक-दूसरे का साथ दे रहे हैं। और अगर ये गलत है, तो मैं इसे बार-बार चुनूँगा।”
जुनसु की आँखों में एक हल्की-सी हलचल हुई, जैसे वह कुछ सोच रहा हो। फिर वह बिना कुछ कहे चला गया।
मिन्हो ने जिवोन की ओर देखा और धीरे से कहा, “तुमने मेरे लिए इतना बोला… शुक्रिया, जिवोन।”
जिवोन ने मुस्कुराते हुए कहा, “तुमने मेरे लिए इससे ज़्यादा किया है।”

🌌 एक खास डेट
उस रात मिन्हो ने जिवोन को एक सरप्राइज़ दिया। “चलो, कहीं घूमने चलते हैं,” उसने कहा और जिवोन को हान नदी के पास एक छोटे से रेस्तरां में ले गया। वहाँ की मंद रोशनी और नदी की लहरों की आवाज़ ने माहौल को और खूबसूरत बना दिया था।
टेबल पर बैठकर मिन्हो ने जिवोन की ओर देखा। “जिवोन, तुमने मेरे लिए अपने पापा से लड़ा। आज तुमने मेरे ह्युंग से मेरे लिए बोला। मैं… मैं तुम्हारे बिना अधूरा हूँ।”
जिवोन का चेहरा लाल हो गया। उसने धीरे से कहा, “मिन्हो, तुम मेरे लिए वो लय हो, जो मेरे संगीत को पूरा करती है।”
मिन्हो ने जिवोन का हाथ थामा और एक छोटा-सा बॉक्स उसकी ओर बढ़ाया। “ये तुम्हारे लिए।”
जिवोन ने बॉक्स खोला। उसमें एक छोटा-सा पेंडेंट था, जिस पर एक म्यूज़िक नोट बना था। “ये…?”
मिन्हो ने मुस्कुराते हुए कहा, “ये हमारी धुन का प्रतीक है। इसे पहनो, ताकि मैं हमेशा तुम्हारे पास रहूँ।”
जिवोन की आँखें नम हो गईं। उसने पेंडेंट को गले में पहना और मिन्हो की ओर झुककर कहा, “मिन्हो, तुम मेरे दिल की लय हो।”
मिन्हो ने जिवोन के माथे पर एक हल्का चुंबन दिया। “और तुम मेरी धुन।”

🕊️ एपिसोड 13 का अंत
उस रात जिवोन अपने डॉर्म में लौटा। उसने पेंडेंट को छुआ और मुस्कुराया। उसका दिल हल्का था, जैसे मिन्हो की मौजूदगी ने उसके सारे डर को मिटा दिया हो। उसने अपना कीबोर्ड खोला और अपनी और मिन्हो की नई धुन फिर से शुरू की। यह अब सिर्फ़ उनका प्यार नहीं था—यह उनकी लय थी, जो हर स्वर में गूंज रही थी।
लेकिन जुनसु का आगमन और जिवोन का एक साल का अल्टीमेटम अब भी उनके सामने था। क्या जिवोन और मिन्हो अपनी लय को बचा पाएँगे? और क्या जुनहो का प्रोजेक्ट उनके रिश्ते में नया तनाव लाएगा?

लेखक का नोट:
साइलेंट हार्ट्स का तेरहवाँ एपिसोड पढ़ने के लिए दिल से शुक्रिया! जिवोन और मिन्हो की लय, मिन्हो के भाई का टकराव, और स्कूलरशिप की नई चुनौती—क्या ये सब उनके प्यार को और मज़बूत करेंगे? उनकी कहानी अब एक बड़े क्लाइमेक्स की ओर बढ़ रही है। Matrubharti पर मुझे, InkImagination, को फॉलो करें ताकि आप इस खूबसूरत सफर का हर पल मेरे साथ जी सकें। आपके कमेंट्स मेरे लिए अनमोल हैं—बताएँ, जिवोन और मिन्हो की डेट और पेंडेंट आपको कैसा लगा? और क्या मिन्हो अपने भाई का सामना जीत पाएगा?

Thankyou 🥰🥰 ...

✨ Note for My Readers ✨
"Main aap sabhi ke comments aur ratings dekh rahi hoon. Mujhe bahut khushi hoti hai aapke words padkar ❤️. Main reply karne ki koshish karti hoon, lekin app me technical issue ke wajah se abhi reply possible nahi ho pa raha hai. Aap sabhi ka support mere liye priceless hai 🙏. Thank you so much for reading my story and giving so much love 💕."