💕💕 अनुबंध – एपिसोड 9 – जलन की ज्वाला
ऑफिस का कॉन्फ्रेंस रूम हमेशा की तरह ठंडे ए.सी. और हल्की हल्की कॉफी की खुशबू से भरा हुआ था। दीवार पर लगी बड़ी स्क्रीन, टेबल पर सजी फाइलें, लैपटॉप्स और चारों तरफ बैठे कर्मचारी—सब कुछ एक कॉर्पोरेट डिसिप्लिन में ढला हुआ।
लेकिन आज इस वातावरण में एक नई हलचल थी।
राहुल मेहरा—कंपनी का नया जूनियर असिस्टेंट। अभी हाल ही में ऑफिस ज्वाइन किया था। चेहरा मासूम, आँखों में चमक, और लहजे में वो अपनापन जो जल्दी ही सबको अपना बना ले। उसे अभी तक ये नहीं पता था कि इस कंपनी की डायरेक्टर अनाया मल्होत्रा—दरअसल उसके बॉस विराट मल्होत्रा की पत्नी हैं।
सुबह से ही उसने कई बार अनाया को देखा था। जब वो रिसेप्शन से होकर कॉन्फ्रेंस रूम में आईं, गुलाबी कॉटन साड़ी में, बाल खुले और हल्की सी मुस्कान लिए—तो राहुल की आँखें ठहर सी गईं।
उसने मन ही मन सोचा—
"इतनी ग्रेस... इतनी सादगी... और इतनी खूबसूरती एक साथ किसी में कैसे हो सकती है?"
वो पहली बार था जब उसने किसी सीनियर लेडी बॉस को देखकर दिल में ऐसी हलचल महसूस की।
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विराट हमेशा की तरह अपनी लेदर चेयर पर बैठा था। उसकी आँखें गहरी, चेहरे पर वो सख़्ती, जो किसी को भी पलटकर देखने की हिम्मत न दे। लेकिन आज उसकी नज़रें लगातार अपनी पत्नी पर टिक रही थीं।
अनाया जब प्रेज़ेंटेशन देने खड़ी हुईं, तो कॉन्फ्रेंस हॉल में अजीब सी रौनक छा गई। उनकी मधुर आवाज़, हर शब्द में आत्मविश्वास और उस साड़ी में उनका रॉयल ग्रेस—सबकी नज़रें उनकी ओर खिंच गईं।
राहुल तो जैसे मंत्रमुग्ध हो गया था। उसकी आँखें बार-बार अनाया पर ठहर रही थीं। और जब अनाया ने उसे देखकर हल्की सी स्माइल दी—तो वो जैसे पिघल ही गया।
"She smiled at me…" राहुल ने मन ही मन सोचा।
दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं।
लेकिन दूसरी ओर… विराट की आँखें और गहरी होती जा रही थीं।
उसके हाथ में पकड़ा कॉफी कप अचानक इतनी कसकर दबा कि कप की सतह पर हल्की दरार आ गई।
उसका असिस्टेंट, जो बगल में नोट्स ले रहा था, डरते हुए उसे देख रहा था। वो जानता था कि जब बॉस की आँखें यूँ अंधेरी होने लगें, तो तूफ़ान बस फूटने ही वाला है।
अनाया अपने काम में लगी रहीं, उन्हें इस बात का अंदाज़ा तक नहीं था कि उनके पति की आँखें हर पल उनके इर्द-गिर्द घूम रही हैं।
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मीटिंग जैसे ही खत्म हुई, सब अपने-अपने लैपटॉप और फाइलें समेटकर बाहर जाने लगे। हॉल में हलचल थी।
राहुल भी उठकर बाहर जाने ही वाला था, लेकिन जाते-जाते उसने पीछे मुड़कर देखा।
अनाया अब भी अपनी फाइल समेट रही थीं। उनके चेहरे पर वही मासूम शांति थी।
वो मुस्कराया। “मैम, आपकी प्रेज़ेंटेशन बहुत अच्छी थी।”
अनाया ने सहजता से उसकी ओर देखा और मीठे लहजे में बोलीं—
“थैंक्यू, राहुल। आप नए हैं न यहाँ? Don’t worry, you’ll learn fast.”
उनकी मुस्कान इतनी गर्मजोशी भरी थी कि राहुल का दिल एक पल को बहक गया।
लेकिन… दूर खड़ा विराट सब देख रहा था।
उसकी आँखें उस पल खंजर की तरह थीं। जिस अंदाज़ में वो लड़का उसकी पत्नी को देख रहा था—वो बर्दाश्त से बाहर था।
सबके निकल जाने के बाद अनाया कॉरिडोर से होकर अपनी केबिन की ओर बढ़ रही थीं। फाइलें हाथ में, मन बिलकुल हल्का-फुल्का।
लेकिन अचानक…
किसी ने पीछे से उनका रास्ता रोका।
एक मज़बूत हाथ उनकी कमर पर कस गया। दूसरे हाथ ने उनकी गर्दन को हल्के से पकड़ा और अगले ही पल उनकी पीठ ठंडी दीवार से टकरा गई।
अनाया हड़बड़ा गईं।
“वि.. विराट?”
उनकी आँखें चौड़ी हो गईं। सामने उनके पति खड़े थे। लेकिन उनकी आँखें… अंधेरी, गहरी, और पागलपन से भरी हुई।
वो इतने करीब थे कि अनाया को उनकी साँसें अपनी गर्दन पर महसूस हो रही थीं।
विराट की आवाज़ धीमी लेकिन ज्वालामुखी की तरह फूटती हुई—
“तुम सिर्फ़ मेरी हो, अनाया।
ये समझने के लिए तुम्हें कितनी बार याद दिलाना पड़ेगा?”
उनकी पकड़ और कस गई।
अनाया हक्का-बक्का उन्हें देख रही थीं। उनके पति की इस हद तक पज़ेसिवनेस ने उन्हें हिला दिया था।
“विराट… ये क्या कर रहे हो? कोई आ जाएगा—”
लेकिन विराट ने उनकी बात काट दी। उसकी आँखों में साफ़ लिखा था—
“मुझे परवाह नहीं। मुझे सिर्फ़ तुम चाहिए।”
उस पल अनाया का दिल तेज़ी से धड़क रहा था। वो जानती थीं विराट के अंदर की जलन कितनी खतरनाक है। लेकिन ये पज़ेसिवनेस… ये खामोश चीख… कहीं न कहीं उनके दिल को भी छू रही थी।
क्या ये प्यार है? या जुनून?
वो समझ नहीं पा रही थीं।
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विराट का चेहरा उनकी गर्दन के बेहद करीब था। उसकी आँखों में तूफ़ान था।
वो फुसफुसाया—
“मैं तुम्हें किसी और की आँखों में मुस्कराते नहीं देख सकता, अनाया।
तुम्हारी मुस्कान सिर्फ़ मेरी है।”
अनाया की साँसें अटक गईं।
कमरे में खामोशी छा गई… लेकिन उनके दिलों में ज्वालामुखी फूट चुका था।
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"उसकी आँखों में जलन की आग इतनी गहरी थी… कि अनाया समझ नहीं पा रही थी, ये आग उसे जलाएगी या उसके दिल को और भी बाँध लेगी?"🔥🔥💕💕💕
"प्यार और जुनून के बीच की रेखा बहुत पतली होती है… और जब वो टूटती है, तो दिल या तो पिघलता है… या राख हो जाता है।"🔥🔥
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©Diksha
जारी(....)
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Diksha mis kahani ✨💕💕
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