RAHE TERI DUA MUJH PER - SAATWA HISSA in Hindi Fiction Stories by MASHAALLHA KHAN books and stories PDF | रहे तेरी दुआ मुझ पर - सातवा हिस्सा

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रहे तेरी दुआ मुझ पर - सातवा हिस्सा

सातवा हिस्सा ( भाग ) वक्त मे पिछे -4

•••••जादूगर जोहरान और तबाही•••••

   फलेशबेक जारी है.....

इधर नुसरत नूर को आगाह करन आयी थी आने वाले खतरे के लिए मगर वह नूर को एक इंसान के करीब आता देख गुस्सा हो जाती है फिर नूर और नुसरत के बीच एक छोटी सी जादूई लड़ई होती है .

वही कही दूर एक जंगल मे एक बड़ी खुबसुरत जगाह चारो तरफ हरियाली , एक पहाड़ की चोटी से बहता झरना उस झरने के पानी से बहते दरिया , उसके आस पास बने छोटे छोटे दरख्तो के घर और उन घरो को घेरे हुए फूलो के बागीचे और कई तरह के फलो के दरख्त और उन पर लगे ताजे फल उस जगाह की खुबसुरती को बढ़ावा दे रहे थे, वहा के आसमान मे उड़ते परिन्दे और उस जंगल के जानवर उन लोगो के बीच और वहा के लोग बहुत खुबसूरत और खुशनुमा जिन्दगी जी रहे थे ,उस जगह मे मोजूद दिल को सुकु देने वाली महक जो वहा की हवा मै मोजूद थी .

वही उस जगाह पर मोजूद वहा के लोग किसी शक्स से डरे हुए थे उसे वहा से जाने के लिए कहे रहे थे ये जगाह एक  छोटी सी जिनो की बस्ती थी और उस बस्ती मे मोजूद लोग जिन थे और  ये एक जिनो का कबिला था , और वे जिस शक्स को वह वहा से चले जाने के लिए कहे रहे थे वह एक जादूगर था और उसके साथ उसके तीन शार्गिद थे ,उस जीन बस्ती का सरदार जीन कोहिम था, जो उस जादूगर के सामने खड़ा उसे वहा से किसी तरह चले जाने के लिए कोशिश कर रहा था , उसे उस जादूगर पर गुस्सा आ रहा था मगर वह जानता था उससे टकराना ठीक नही है , वह जादूगर को कहता है .

सरदार कोहिम : जादूगर चले जाओ यहा से तुम्हारे सोदे के लिए यहा कुछ नही है यहा पर मोजूद कोई भी जीन तुमसे सोदा नही करना चाहता है तो अपना वक्त जाया ना करो और चले जाओ यहा से .

उसके सामने खड़ा वो  जादूगर दिखने के किसी उम्रदराज आदमी की तरह था उसके  सफेद लम्बे बाल सफेद दाढ़ी  - मुछे ,लम्बी नाक ,काली आंखे सावाला चेहरा  ,लम्बी कठ काठी साधारण सा बदन ,साधारण सा लिबास हाथ  मे शैतान के निशान की एक छड़ी थी ,उसके साथ उसके तीन शागिर्द थे जो उसके पिछे खड़े थे , वह जादूगर  बहुत देर से उन बस्ती के जिनो की बाते सुन रहा था उनकी आंखो मे उसका खोफ वो देख सकता था जो ये बताने के लिए काफी था कि कितना डरे हुए है उससे, उस जादूगर को उन्हे यू खोफ मे देखकर उसे बड़ा सुकु मिल रहा था उन्हे यू डरा देकर वह हंसता है .

हा हा हा हा वह जादूगर बहुत जोर से हंसता है उसकी ये खोफ भरी हसी सुनकर वहा मोजूद सभी जीन डर कर कापने लगते है, वो जानते थे ये जादूगर कौन है और उनके साथ क्या कर सकता है उसके खोफ से जिनो की बिरादरी मै डर का माहोल बना हुआ था वो जहा जाता था वहा के जिनो से सोदा कर उन्हे हरा कर उनकी जादूई ताकत ले लेता था और फिर उन्हे मार डालता था उसका ये खोफ पिछले  500 सालो से हर जगह फैला हुआ है और उसे कोई भी आज तक नही हरा पाया जिस किसी भी जीन ने उसका सामना किया है वो मारा गया और अपनी जादूई ताकत सोदे के रूप मे जादूगर को दे बैठा , जादूगर इसी तरह उन जिनो की जादूई ताकत से अपने आप ताकतवर बनाता गया और आज उसका खोफ वो यहा बस्ती के लोगो मे देखकर उसके दिल को सुकुन मिल रहा था .

हा हा हा हा तुम्हे क्या लगता है सरदार कोहिम मै यहा से ऐसे ही चला जाऊंगा तुम्हारे कहने भर  से तुम जानते नही कौन हूँ मै ? खोफ हूँ मै मोत हूँ मै तुम जिनो की कोम का अन्त हूं मै ,जादूगर हूं मै इस दुनिया का सबसे बड़ा जादूगर  , (बहुत तेज चिल्लाकर ) जादूगर जोहरान हूँ मै ही आखिर हूँ तुम्हारा मै ही शुरूआत  हा हा हा हा .

वह जोर से हंसता फिर वह अपना रूप बदल लेता है अब उसका लिबास बदल चुका था उसका लिबास काले और लाल रंग का हो चुका था उसका शरीर पहले से ज्यादा ताकत वर लग रहा था उसका दाढ़ी - मुछे अभी भी सफेद ही थी मगर उसकी आंखो का रंग बदल चुका था उसकी आंखे लाल सुरख हो गई जो उसे अब और खुखार बना रही थी उसकी हंसी भयानक हो गई थी उसके सर पर एक अजीब सी ऊर्जा और एक अजीब सी लाल रंग की रोशनी फैल रही थी उसके हाथो की वो छड़ी एक तलवार मे बदल गई थी उसमे से निकलती हुए लाल रंग रोशनी वहा पर मौजूद हर जीन के अन्दर खोफ पेदा कर रही थी ,वो मन ही मन उसके चले जाने की दुआ मांग रहे थे मगर वो जानते थे अब उनमे से कुछ का मरना तय हो गया है अब वो कुछ नही कर सकते थे .

फिर वह अपनी वो तलवार हवा मे उछालता है वो तलवार कही हिस्सो मे तुटकर कई सारी तलवारो मे बदल जाती है उपर से उन उस बस्ती के जिनो पर लाल रंग की रोशनी छोड़ने लगती है जिससे वहा मौजूद बस्ती मे अफरा तफरी मच जाती है वो लोग इधर उधर भागना शुरू कर देते है ,

जिसे देखकर सरदार कोहिम उस जादूगर जोहरान को कहता है .

सरदार कोहिम : रुक जाओ जादूगर तुम जानते हो ना तुम उन्हे मार नही सकते अगर तुमने उन्हे यू मार दिया तो जानते हो ना तुम्हारे साथ क्या होगा ?

जादूगर जोहरान : तो सरदार कोहिम तुम अब भी मुझे धमका रहे हो तुम्हे क्या लगता है मै इन्हे मार नही सकता तो क्या मै इनके साथ कुछ नही कर सकता ,  मै इन्हे मार नही सकता तो क्या हुआ इन्हे केद तो कर सकता हूं ,इन्हे ऐसी जगह पर केद करूंगा जहा जहान्नुम से भी बुरा हस्र होगा इनका ये अपनी मौत की खुद दुआ मांगेगे मुझसे से फिर इनमे से कितने मेरे गुलाम बन जायेगे और कितने मुझसे सोदा करेंगे ये तुम्हे मालूम ही है .

हाहा हा हा वह फिर से हंसता है और उसके साथ मौजूद उससे शागिर्द भी जोर से हसते है .

उसकी बात सुनकर सरदार कोहिम भी डर से कांप गया था वो जानता था इस जादूगर से जीत पाना उसके और उसके जीन साथियो के लिए  नामुकिन है  तो वह हार मान लेता है और उससे सोदा करने को तैयार हो जाता है .

सरदार कोहिम : ठीक है मै और मेरे चार जीन साथी तुमसे सोदा करने के लिए तैयार है .

जादूगर जोहरान सरदार कोहिम की बात सुनकर उसके चेहरे पर एक कातिलाना मुस्कान आ जाती है और वह उससे कहता है .

जादूगर जोहरान : पांच नही अब दस जीन साथियो से सोदा होगा सरदार कोहिम .

सरदार कोहिम : मगर तुमने तो पांच लोगो का कहा था ? तुम ऐसा नही कर सकते हमारे साथ .

जादूगर जोहरान : तब सोदा मुझे करना था तुम लोगो से मगर अब तुम्हे करना है तो शर्त भी मेरी चलेगी हाहा हा हा .

सरदार मोहिम : तुम बहुत जालिम हो जादूगर तुम्हे खुदा का खोफ नही है तुम जो हमारी कोम को खत्म किये जा रहे हो .

जादूगर जोहरान : मै एक जादूगर हूं सरदार कोहिम मेरे लिए शैतान ही मेरा खुदा है मै और किसी खुदा को नही जानता .

सरदार कोहिम : वो शैतान भी हमारे खुदा की बनायी एक मखलूख है जो खुद बहककर तुम्हारे जैसे जादूगरो को भी वह बहका रहा है ,  मगर खुदा के यहा देर होती है अंधेर नही वो इंसाफ के फरिस्ते भी पेदा करेगा जो तेरे जैसे जालिम लोगो को निस्ता नाबूत कर देगा .

जादूगर जोहरान : तेरे खुदा के फरिस्तो को बाद मे देखूंगा पहले तुझे और तेरे ये जीन साथियो को खत्म कर अपनी खुराक पूरी करू , चलो आओ सोदा करो अपनी जिन्दगी का मै कब से बेकरार हूँ .

फिर उनमे से नौ जीन और एक उनका सरदार कोहिम उस जादूगर जोहरान से सोदा करते वो अपनी जिन्दगी और अपनी जादूई ताकत उस जादूगर को हराकर उससे उसकी जादुई ताकत लेलेंगे , फिर वह एक एक कर उस जादूगर से तकराते है , वह अपनी पूरी ताकत लगा देते है मगर कोई भी उस जादूगर को छू भी नही पा रहा था ,जादूगर एक एक जीन पर अपने खतरनाक हमले कर रहा था ,उसके हाथो से निकलती काले लाल रंग की रोशनी उन जिनो को जमीन पर गिरा रही थी जादूगर अपने भयानक रूप मे था उसकी आंखे खून जैसी लाल हो रही थी उसके शरीर से एक अलग ही ऊर्जा निकल रही थी और उन जिनो पर बरस रही थी उस जगाह का आसमान ने एक काली चादर ओढ़ ली थी हवाये डरावनी हो उठी थी भयानक आवाजे चारो तरफ शोर मचाने लगी थी , वहा पर मोजूद तमाम जिनो का डर के मारे बुरा हाल हो चूका था , 

अब उन दसो जिनो ने एक साथ उस जादूगर से लड़ने को सोचा मगर उस जादूगर ने अपने आप को दस अलग अलग हिस्सो मे कर लिया अब वहा एक नही दस जादूगर के रूप मोजूद थे उसकी वो छड़ी जो तलवार बन चुकी थी उसके हर रूप के हाथ मे आ गई थी उससे निकलती लाल रंग की रोशनी के साथ काले रंग की रोशनी भी जुड़ गई थी जिसे देखकर वो जिन तीतर बितर हो गये अब उस जादूगर के हर रूप ने उन जिनो पर उस तलवार से हमला कर दिया वो एक एक कर जमीन पर गिरने लगे उनकी जादुई ताकत उस जादूगर जोहरान के अन्दर समाने लगी और फिर एक एक कर सभी जीन मरने लगे और आखिर मे बचा उनका सरदार जीन कोहिम वह जादूगर उसके पास जाता है और उसे कहता है .

जादूगर जोहरान : तो सरदार कोहिम तुम्हारे नौ साथी मारे गए अब बचे तुम दस्वे जीन तुम्हे मारने से पहले तुम्हे कुछ दिखता हूं .

फिर वह जादूगर उन बाकी बचे जीनो के पास आता है जिसे देखकर वह सभी अपनी जिन्दगी की भीक मांगने लगते है 

उन्हे यू खोफ मे देखकर उसके दिल को बहुत सुकुन मिलता है वो अपनी आंखे बंद कर अपनी सांसो खीच इस पल का मजा लेता है, उसे यू देखकर जमीन पर पड़ा सरदार कोहिम उसे कहता है .

सरदार कोहिम : हमने तुमसे सोदा किया हम हार गए मेरे नौ साथी मारे गए अब बचा मे आओ खत्म करो मुझे और  दफा हो जाओ यहा से .

सरदार कोहिम की बात सुनकर उस जादूगर ने अपनी आंखे खोली जो मानो आग तरह जल रही थी वो उसके पास गया उसकी गर्दन को अपने एक से पकड़ा उसे हवा मे उठा लिया और बोला

जादूगर जोहरान :  तुम्हारे अन्दर अभी भी अकड़ बाकी है सरदार कोहिम लेकिन कोई नही अभी खत्म कर दूंगा, वैसे भी तुम्हे तो मै कभी भी मार डालूंगा उससे पहले जो तुमने मेरा वक्त जाया किया है उसका हिसाब तो कर लू और उसका हिसाब तुम अपनी आंखो से देखोगे .

फिर वह अपने सभी रूपो को अपने अन्दर समा लेता है और फिर वह अपनी हथैली फैलाता तो उसके हाथ मे एक कांच की शीशी आ जाती है और फिर उस शीशी का डाट हटाता है तो उसके अन्दर से बहुत सारे काले साये बाहर  निकलते है वो उन्हे हुकम देता है .

जादूगर जोहरान : मेरे गुलामो तुम्हारा आका तुम्हे हुक्म देता है तुम यहा पर मोजूद  ये जगह और यहा की तमाम चीजो को तबाह और निस्ता नाबूत कर दो इन बचे जिनो को छोड़कर कुछ भी नही बचना चाहिए . 

काले साये : जो हुक्म आका हम तबाह कर देंगे निस्ता नाबूत कर देंगे इस जगह को .

ये सुन जादूगर के पेरो पड़ा सरदार कोहिम बहुत जोर से चिल्लाता है .

सरदार कोहिम : नही जादूगर जोहरान मै तुमसे भीक मांगता इस जगह को तबाह मत करो ये लोग कहा जायेंगे ये जगह इनका इक्लोता आसरा है ऐसा मत करो मै भीक मांगता हूं .

मगर जादूगर जोहरान पर इस बात का कोई असर नही होता वो बस मुस्कुरा रहा था और इस सब का मजा ले रहा था ,तो सरदार कोहिम पास मै पड़े एक खंजर को उठा लेता है और खड़ा होकर जादूगर के सीने मे वो खंजर उतार देता है मगर जादूगर को कुछ नही होता उसका एक कतरा खून नही बहता वह सरदार कोहिम को अपनी जादुई ताकत से उसकी गर्दन को दबोच कर हवा मे उड़ा देता है और सरदार कोहिम का दम घूठने लगता और वह अपनी आंखो से बस्ती को तबाह होते देखता है और फिर मारा  जाता है .

उन सभी काले सायो ने बस्ती  राख बना दिया था उस झरने और दरिया को सुखा दिया था और वहा के तमाम दरख्तो को बंजर बना दिया था , वहा के परिन्दे और जानवरो को खत्म कर दिया था, ये सब देख जादूगर जोहरान को सुकुन मिला फिर वह उन सायो को दुबारा शीशी मे केद कर वहा से अपने शागिर्दों की साथ निकल जाता है और वहा बस बचती है उन जिनो की चीख पुकार और जगह के तबाही के निशान और उन दस जिनो की लाशे जो जादूगर जोहरान से सोदा हार गये थे .

इधर नुसरत को नूर का जादूगर जोहरान के लिए गुस्सा देखकर अच्छा लगा वह चाहती थी कि नूर किसी तरह उस जादुई ताकत पर काबू पाले ले ताकि वह जादूगर जोहरान को हराकर वह अपने  मां बाबा और अपनी जिनो की कोम का बदला ले सके और उस जादूगर को मारकर वह अपने कोम के लोगो को बचा ले जो उस जादूगर के कहर से तबाह बरबाद और मारे जा रहे है लेकिन नुसरत को अभी भी यकिन नही है कि नूर उस जादूई ताकत को हासिल कर पायेंगी इसीलिए वह आज यहा उसे आगाह करने आयी थी उस खतरे का जिसका उससे जल्दी सामना होगा .

नुसरत क्या अब आप मेरे साथ यही रहेगी . . नूर ने कहा .

नुसरत : नही मै तुम्हारे साथ नही रहे सकती उन इंसानो के बीच मगर मै जरूरत आने पर तुम्हारे पास आ जाऊंगी मगर तुम्हे जादूई ताकत पर काबू पाना होगा किसी भी तरह नही तो ये हमारी जिनो की कोम के लिए अच्छा नही होगा और वो शैतान जादूगर तुम्हे हराकर वो जादूई ताकत हासिल कर लेगा और फिर जिनो की नस्लो को बरबाद कर देगा .

नूर : मै जानती हूं नुसरत मै अपनी पूरी कोशिश करूंगी .

नुसरत : और हा उस लड़के से दूर रहो तुम उसे अपने करीब मत आने देना नही तो ये तुम्हारे लिए अच्छा नही होगा .

नूर ने अपना सर हा मै हिलाकर जवाब दिया फिर वह नुसरत से एक बार फिर गले मिली और नुसरत को वहा से जाने दिया ,नुसरत वहा से एक तेज रोशनी मे गायब हो गई और नूर वहा अकेली रहे गई  नूर वहा खड़ी बस सोच रही थी कि वो उस जादुई ताकत पर काबू कैसे पाये और अपने मां बाबा का बदला कैसे लेगी उस शैतान जादूगर से और फिर एक दम उसके मन मे जाहिद का ख्याल आया कैसे एक इंसान उसके दिल मे जगाह बनाने लगा था वो भी सिर्फ दो मुलाकातो मे वो उसको पसंद करने लगी थी शायद नुसरत सही थी नूर के दिल मे जाहिद के लिए मौहब्बत पनपने लगी थी , मगर नुसरत ने उसको आगाह कर दिया है तो वह उससे दोबारा ना मिलने का ख्याल मन मे लाती है, मगर मुकद्दर उसके हक मे उसे लिख चुका है जो वक्त आने पर उसको मालूम पड़ेगा .

कहानी जारी है.....✍️