Dhun ishq ki.... Par dard bhari - 37 in Hindi Love Stories by Arpita Bhatt books and stories PDF | धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 37

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 37

इधर ईशान हाईवे पर खड़ा होता है तभी वो देखता है कि तानिया की गाड़ी उसके पास आकर रूकी है। तो एक बार को तो वो तानिया को देखता ही रह जाता है। तानिया जैसे ही कार की खिड़की खोलती है तो हवा से उसके बाल, उसके चेहरे पर आ जाते है। जिसे देखकर ईशान की नजर उसके चेहरे पर ही ठहर जाती है और वो मन में सोचता है कि कितनी मासूम और खूबसूरत है यह, बहुत मेहनत करनी पड़ेगी ईशान बेटा! और खुद के सिर के पीछे टपली मारता है। 

इधर तानिया उसे काफी देर से देख रही थी कि ईशान मन में कुछ बडबडा रहा है तो पूछती है कि;

तानिया - ईशान, तुम ठीक हो ना?

ईशान - हां, हां, मैं बिल्कुल ठीक हूं। ईशान ने अपने ख्यालों से बाहर आते हुए कहा। पर आप यहां पर कैसे? मैंने तो सिमरन दीदी को फोन किया था ना! उसने सोचते हुए कहा।

तानिया -पहले गाड़ी में आकर बैठो, सब बताते है हम फिर!

फिर ईशान गाड़ी में आकर बैठ जाता है और तानिया कार शुरू करके कंपनी की तरफ ले लेती है। उसके बाद तानिया, ईशान को बता देती है कि सिमरन और साहिल को वहां जल्दी जाना था इसलिए फिर वो अकेले आई है उसे लेने! फिर थोड़ी देर रुककर तानिया बोलती है कि;

तानिया - कैसे हो ईशान? काफी दिन बाद मिले है ना हम!

थोड़ा शिकायती लहजे से तानिया ने कहा।

ईशान समझ जाता है कि यह ताना है उस पर, इसलिए बात संभालने के लिए वो बोलता हैं कि;

ईशान - आजकल थोड़ा सा काम में लग गया था मैं! 

तानिया - अच्छा! फिर थोड़ी देर दोनो कुछ नही बोलते है। फिर ईशान बोलता है कि;

ईशान - वैसे एक बात पूछे आपसे? 

तानिया - हां पूछो !

ईशान - आपको बुरा लगा क्या कि मैं आपसे उस दिन के बाद मिलने नही आया? ईशान ने थोड़ी हिम्मत करते हुए पूछा।

तानिया को इस सवाल की उम्मीद तो नही थी तो वो थोड़ी देर तो सोचती है। क्योंकि इसका जवाब उसके पास भी नही था। फिर वो बोलती है कि;

तानिया - वैसे सिमरन को लेट हो रहा था, क्योंकि उन्हें प्रोड्यूसर से मिलना था। इसलिए हम तुम्हे रिसीव करने आए है। 

ईशान समझ जाता है कि तानिया उसकी बात को इग्नोर कर रही है। तो वो थोड़ा सा फ्रस्ट्रेट हो जाता है और बोलता है कि;

ईशान - यह मेरे सवाल का जवाब नही था। यह आप मुझे पहले ही बता चुकी है।

तानिया को ईशान का बिहेवियर अजीब लगता है तो वो बोलती है कि;

तानिया - ईशान, यह तुम कैसे बोल रहे हो हमसे? तानिया ने गाड़ी रोकते हुए पूछा।

ईशान - सीरियसली तानिया जी, आप मुझे इग्नोर कर रही है और अजीब बिहेवियर मेरा लग रहा है आपको!

तानिया - लेकिन हमने कब इग्नोर किया तुम्हे ईशान?

ईशान - अच्छा, तो दीजिए जवाब कि आपको बुरा क्यों लगा, जब हम इतने दिन मिले नही?

तानिया - पर तुमसे यह किसने कहा कि हमे बुरा लगा। हमने तो ऐसे ही पूछा था। 

ईशान को इससे और बुरा लगता है और वो बिना कुछ बोले गाड़ी से उतर जाता है। 

तानिया - ईशान, गाड़ी से क्यों उतर रहे हो तुम? जाना नही है क्या वहां पर?

ईशान - आप जाइए, मुझे आना होगा तो मैं आ जाऊंगा! और ईशान वहां से चला जाता है।

तानिया को ईशान का ऐसा बिहेवियर बिल्कुल पसंद नही आता है। उसे समझ नही आता है कि अचानक से ईशान को हो क्या गया है? और उसकी आंखों में आंसू आ जाते है। और वो अपनी गाड़ी स्टार्ट करके पीछे की और ले लेती है, ताकि ईशान गाड़ी में बैठ सके। पर ईशान, तानिया को पूरी तरह इग्नोर करता है, और थोड़ा आगे जाकर टैक्सी लेकर वहां से चला जाता है। यह देखकर तानिया भी वहां से चली जाती है।

इधर कंपनी में सिमरन और साहिल के जाते ही सभी उनका स्वागत करते है। उसके बाद सिमरन अपनी एल्बम के प्रोड्यूसर से मिलती है, और साहिल उसे सभी से घुलता मिलता हुआ देखकर बहुत खुश होता है। सिमरन की सादगी सभी को बहुत पसंद आ रही थी, और उसकी आवाज तो जिसने भी सुनी, तारीफ किए बिना रह नहीं पाए! 

मैनेजर - सर, एल्बम लॉन्च करने का टाइम हो गया है। 

साहिल - हां, बस थोड़ी देर में! फिर वो सिमरन की तरफ देखकर बोलता है कि अभी तक तानिया दीदी और ईशान नही आए है।

सिमरन - हां साहिल, मैं भी कबसे इंतजार कर रही हुं उनका! सिमरन ने ईशान को फोन लगाते हुए कहा। पर ईशान का फोन बंद आ रहा होता है। 

साहिल - क्या हुआ सिमरन, तुम चिंता में क्यों हो?

सिमरन - ईशान का फोन बंद आ रहा है साहिल! रुको, मैं तानिया दीदी को फोन करती हूं। फिर थोड़ी देर बाद;

सिमरन - तानिया दीदी का फोन भी नेटवर्क में नही है साहिल! मुझे चिंता हो रही है। दोनो ठीक तो होंगे ना! 

साहिल को भी थोड़ी सी टेंशन तो होती है पर वो बात संभालने के लिए बोलता है कि;

साहिल - सिमरन, ऐसे चिंता मत करो। वो रास्ते में होंगे, बस पहुंचने ही वाले होंगे। फोन का नेटवर्क प्रॉब्लम भी रास्ते की वजह से ही होगा। 

मैनेजर - सर, हम ज्यादा देर इंतजार नही कर सकते है। सभी इंतजार कर रहे है आप दोनो का! उसके बाद हमे पब्लिक का रिस्पॉन्स भी देखना होगा उस एल्बम पर!

साहिल - हां, तुम चलो! हम दोनो आते है अभी! फिर मैनेजर चला जाता है। 

सिमरन - साहिल, यह दोनो अब तक यहां पहुंचे क्यों नही? ईशान और तानिया दीदी ठीक तो होंगे ना!

साहिल - अरे हां बाबा, दोनो ठीक होंगे। तुम अब चिंता छोड़ो, और चलो एल्बम लॉन्च में चलते है। आज तुम्हारे लिए खास दिन है तो इसे spoil मत करो! फिर दोनो बाहर हॉल में चले जाते है। उसके बाद सिमरन का एल्बम फाइनली रिलीज कर दिया जाता है। 

फिर एल्बम प्ले की जाती है और जैसे ही सिमरन की आवाज सभी के कानो में जाती है, सभी उसी गाने में खो जाते है। पूरे हॉल में सिमरन की आवाज ही गूंज रही होती है। यहां तक कि साहिल भी अपनी आंखें बंद करके उसी आवाज को फील करने लगता है। सिमरन, जो कि साहिल के पास ही खड़ी थी, यह सब देखकर उसकी आंखों में खुशी के आंसु आ जाते है। आज सभी उसी की आवाज सुन रहे थे, और उसकी आवाज में अलग ही फील थी, जो पहले कभी भी नही आई थी। आती भी कैसे, पहले वो किरण के लिए गाती थी, और अब खुद के लिए! 

तभी गाना खत्म होता है और चारो और तालियों की आवाज गूंज जाती है। फिर सभी सिमरन और बाकी सभी को बधाइयां देते है। उन्हे पूरा विश्वास था कि यह एल्बम जल्दी ही बहुत हिट हो जाएगा।

साहिल - फाइनली सिमरन, तुम्हारा सपना सच हो गया। देखना तुम, तुम्हारी आवाज सभी का दिल जीत लेगी।

सिमरन - हां साहिल, बस इसी का डर है अब! क्योंकि अब यह बात मेरे घरवालों को भी पता चल जायेगी। पता नही वो अब क्या करेंगे! 

साहिल - अरे, उनके बारे में तुम मत सोचो, तुम अपना दिन एंजॉय करो। मेरे ससुराल वालो का ध्यान रखने के लिए मैं ही काफी हूं। साहिल ने आंख मारते हुए कहा तो सिमरन भी हंस दी। 

क्रमश :