उसके बाद सिमरन, ईशान की तरफ इशारा करती है, तो ईशान प्रोजेक्टर के पास जाता है, और वहां पर विपिन और किरण की फोटोज शो हो रहे थे, उन्हे हटा देता है। और प्रोजेक्टर के साथ अपनी पैन ड्राइव कनेक्ट कर देता है, पर चलाता नही है।
किरण - वाह ईशान, अब तुम इस सिमरन के इशारों पर काम करने लगे!
सिमरन - तुम वो सब छोड़ो किरण, और यह बताओ कि तुम्हे कभी भी विपिन पर शक नही हुआ? अगर तुम्हे सच में मीनाक्षी की बात पर भरोसा नही हो रहा है, तो हमे विपिन जैसे नीच इंसान की असलियत सामने लाने के लिए थोड़ा सा नीचे भी गिरना पड़ा, तो मैं करूंगी!
किरण - अब बस बहुत हो गया, अब तुम अपना मुंह बंद रखो! मैं सब जानती हुं कि तुम यह सब बदला लेने के लिए जानबूझकर कर रही हो।
सिमरन फिर हॉल में पीछे मुड़ती है। वो देखती है कि जितने भी गेस्ट थे, वो सभी बहुत कन्फ्यूजन में लग रहे थे। उन्हे समझ में नही आ रहा था कि किसकी माने! तभी सिमरन उनको देखकर बोलती है कि;
सिमरन - आप सभी के मन की बहुत सवाल होंगे, और मैं आपकी हर बात का जवाब दूंगी! पर सबसे पहले आप सभी यह देखिए, और फिर सिमरन, ईशान को इशारा करती है, तो वो प्रोजेक्टर में एक वीडियो प्ले करता है।
उस वीडियो को देखकर सभी की आंखें फटी की फटी रह जाती है, और विपिन बस हक्का बक्का होकर खड़ा रहता है। सिमरन को तो पता था कि उसमे क्या है, तो उसने पहले ही अपनी नजरें नीची कर ली थी। साहिल तो जब भी वो वीडियो देखता था, उसका खून खौल उठता था, विपिन को मारने के लिए! पर वो चुप रहता है, क्योंकि वो नही चाहता होता है कि उसकी वजह से सब प्लान खराब हो जाए!
उस वीडियो में विपिन के ऑफिस वाला सीन था, जब वो अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के साथ अपनी हवस मिटा रहा था। वीडियो के अंदर कुछ भागों पर, और लड़की के चेहरे पर ब्लर कर रखा था, जिससे कि वो भाग सही रूप से न दिखे! पर विपिन की करतूतों का सभी को पता चल गया था। अब सभी के सामने विपिन का चेहरा सामने आ गया था। अब किसी को कोई सफाई देने की जरूरत नही थी। बाहर भी मीडिया वाले अब निष्कर्ष पर पहुंच चुके थे, कि किसकी गलती है और क्या हुआ है? पर इन सभी से सबसे ज्यादा दिल अगर किसी का टूटा था, वो किरण थी! कोई भी और सबूत होता तो किरण विश्वास नही करती, लेकिन उस समय की,वो खुद गवाह है इस बात की! वो दोनो उस वक्त अकेले थे, और उनके बीच उस समय यह सब चल रहा था। क्योंकि किरण खुद उसके बाद विपिन के ऑफिस गई थी। किरण की आंखों के आगे बस वो नजारा घूम रहा था, जब विपिन ने कितनी आसानी से उसे बेवकूफ बना लिया था। और वो उसकी हर एक बात पर भरोसा करती रही! अगर किरण की आंखों के सामने यह सब नही हुआ होता, तो शायद वो इसे भी झूठ ही मानती! यह सब सोचते हुए उसकी आंखों से बस आंसु गिरे जा रहे थे! तभी विपिन यह सब देखकर बोलता है कि;
विपिन - बेबी, मुझे नही पता कि यह सब क्या है? मेरा विश्वास करो तुम, कुछ तो बोलो प्लीज! उसने किरण को कंधे से पकड़ते हुए कहा।
तभी राजीव जी स्टेज पर चढ़कर उसके पास आते है, और विपिन को एक थप्पड़ मारकर बोलते है कि;
राजीव जी - खबरदार, जो मेरी बेटी को छुआ भी! पर जैसे ही विपिन को थप्पड़ पड़ता है, तो किरण होश में आती है और जोर जोर से रोने लग जाती है। उसे विश्वास ही नही हो रहा होता है कि उसका विपिन यह सब कर सकता है, उसे धोखा दे सकता है। और वो वही स्टेज पर घुटनों के बल बैठकर रोने लगती है।तभी सुहाना जी उसके पास आती है और उसे संभालती है। जबकि अपनी बेटी की ऐसी हालत देखकर उन्हे खुद रोना आ रहा होता है।
सुहाना जी - बेटा, संभालो अपने आप को! फिर विपिन की तरफ देखकर बोलती है कि;
सुहाना जी - तुम्हे शर्म नही आ रही है, हम सभी ने तुम पर इतना भरोसा किया और बदले में तुमने ऐसा किया!
अब विपिन सभी लोगो का सुनकर फ्रस्ट्रेट हो चुका था। वो जोर से चिल्लाकर बोलता है कि;
विपिन - चुप हो जाओ सब के सब! और यह क्या लगा रखा है कबसे तुमने, मेरा कैरक्टर दिखाना है सभी को! उसने मीनाक्षी की तरफ देखकर कहा।
मीनाक्षी - अब उसकी जरूरत नही है। क्योंकि यह सब देखकर तो सभी को पता चल ही चुका है कि तुम कैसे इंसान हो! छी विपिन, घिन आती है मुझे कि मैने कभी तुम्हे पसंद किया था!
विपिन - अब बड़ा छी छी लग रहा है, जब साथ में थी, तब तो बड़े मजे लेती थी। विपिन की यह बात सुनकर तो सभी लोगो को उस पर गुस्सा आने लग जाता है। तभी उसके गाल पर एक और थप्पड़ पड़ता है, और वो थप्पड़ किरण मारती है।
किरण (रोते हुए) - अब तो शर्म करो विपिन! मैने जिंदगी में कभी नही सोचा था कि मैं जिसे बचपन से प्यार करती थी, जिसके लिए पूरी दुनिया भी लूटा दु, तो कम ही लगता था, उसका मुझे ऐसा रूप भी देखने को मिलेगा! किरण रोए जा रही थी और बोले जा रही थी कि मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था विपिन? तुम्हारे लिए सब कुछ किया, बदले में सर्फ प्यार ही मांगा था, तुमसे वो भी नही हुआ!
किरण की हालत देखकर तो किसी को भी तरस आ जाए। हॉल में भी सभी किरण के लिए बुरा फील कर रहे थे। पर वो न ही यहां से जा रहे थे, और न ही कुछ बोल रहे थे। वो बस सभी की बात सुनकर, जितना पता लगा सकते थे, वही कर रहे थे। सुहाना जी और राजीव जी तो अपनी बेटी का दुख देखकर बिल्कुल टूट गए थे। उन्होंने जिंदगी भर बस अपनी बेटी को सारी खुशियां देना चाहा, और अभी वही बेटी उनकी आंखों के सामने सबसे ज्यादा दुख में थी, और इसका कारण वो मन में खुद को मान रहे थे। तभी विपिन, किरण को अपने से दूर करता है और बोलता है कि;
विपिन - ओए बस कर ड्रामा क्वीन, और याद कर कि तूने कितना कुछ किया है, दूसरो के साथ! उसने सिमरन की तरफ इशारा करते हुए कहा। इसलिए मुझे बुरा बोलने से पहले खुद की तरफ भी देख ले, समझी! यह सब विपिन ने बहुत धीरे बोला था, जिससे कि सिर्फ किरण ही सुन सके! किरण उसकी बातों का कोई जवाब नही देती है, लेकिन अब उसकी आंखों के आगे वो सब कुछ आ रहा था, जो उसने लोगो के साथ बुरा किया था, खास तौर पर सिमरन के साथ!
तभी राजीव जी बोलते है कि;
राजीव जी - विपिन, अगर अपनी सलामती चाहते हो तो चुपचाप यहां से चले जाओ!
विपिन - वैसे भी यहां रुकना कौन चाहता है, यह बोलकर विपिन स्टेज से नीचे उतर जाता है और सिमरन के पास आकर बोलता है कि;
विपिन - तूझे तो मैं छोडूंगा नही, रुक जा तु! और यह बोलकर विपिन हॉल से बाहर चला जाता है। बाहर जाते ही उसे मीडिया के लोग घेर लेते है, और सवालों की बौछार कर देते है। पर उसके गार्ड्स की मदद से वो गाड़ी तक पहुंचता है और फिर वहां से निकल जाता है।
हॉल के अंदर ;
सिमरन - थैंक्यू मीनाक्षी, हम सभी के बुलाने पर तुम यहां आई और उस गंदे इंसान की सच्चाई को सभी के सामने लाने में हमारी मदद करी!
मीनाक्षी - आप ने हो तो मुझे हिम्मत दी थी, सिमरन! वरना साहिल जी के कहने पर तो मैं डर रही थी! पर सच कहूं तो आज अच्छा फील हो रहा है कि मैने कितनी लड़कियों की जिदंगी बर्बाद होने से बचा ली!
सिमरन -हां, यह तो सही कहा! अब तक तो यह सभी को पता चल चुका होगा कि विपिन कितना बुरा इंसान है। चलो, अब तुम जाओ! अब यहां मैं सब संभाल लूंगी! फिर सिमरन, साहिल की तरफ देखती है, तो साहिल आकर मीनाक्षी को बोलता है कि;
साहिल - चलो, मैं तुम्हे यहां से निकलवाने में मदद करूंगा! वरना मीडिया तुम्हे जाने नही देगी और बिना बात के सवाल करके परेशान करेगी!
क्रमश: