तेरी मेरी खामोशियां। by Mystic Quill in Hindi Novels
"अम्मी! मेरा सफ़ेद दुपट्टा नहीं मिल रहा!"नायरा ने कमरे से आवाज़ लगाई, तो रसोई से अम्मी की सधी हुई टोन आई—"अरे! तेरी अलमा...
तेरी मेरी खामोशियां। by Mystic Quill in Hindi Novels
शाम का वक़्त...कॉलेज से लौटने से पहले नायरा अपनी सहेली निम्मी के साथ लाइब्रेरी चली आई।हल्की-सी ठंडी हवा चल रही थी, और कै...
तेरी मेरी खामोशियां। by Mystic Quill in Hindi Novels
रात का वक़्त था…गली में लाइटें मद्धम थीं, और चाँद आसमान में अकेला खड़ा था —जैसे किसी इंतज़ार में हो।नायरा हल्के-हल्के क़...
तेरी मेरी खामोशियां। by Mystic Quill in Hindi Novels
नायरा का कमरा।कमरा अंधेरे में डूबा हुआ था।केवल खिड़की से आती चाँदनी एक कोना रोशन कर रही थी… और उस रौशनी में नायरा बैठी थ...
तेरी मेरी खामोशियां। by Mystic Quill in Hindi Novels
शाम ढलने लगी थी…सूरज की आख़िरी किरणें जैसे शहर की सड़कों को हल्की सुनहरी चादर में लपेटे जा रही थीं।नायरा कॉलेज से लौट रह...