इश्क बेपरवाह नहीं तेरा... by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
Ch.1__सुबह का वक़्त___"वैशू... वैशू... यार मेरा पर्स कहा है, जल्दी करो मुझे देर हो रही है "  एक लड़का जो आइने के सामने ख...
इश्क बेपरवाह नहीं तेरा... by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
रात को वैशाली और वैभव का बड़ा झगड़ा हुआ। जिससे दोनों एक-दूसरे से बहोत नाराज़ हुए। अब आगे...सुबह का समय,वैभव ऑफिस के लिए...