इश्क़? बेपरवाह नहीं तेरे.. by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
Ch.1__सुबह का वक़्त___"वैशू... वैशू... यार मेरा पर्स कहा है, जल्दी करो मुझे देर हो रही है "  एक लड़का जो आइने के सामने ख...