ब्रम्हदैत्य by mayur pokale in Hindi Novels
🫸 ब्रम्हदैत्य 🫷          रात के 12 बज चुके थे, एक टेबल लैंप जल रहा था और रिया अभी भी पढ़ाई में व्यस्त थी; क्योंकि कल से...
ब्रम्हदैत्य by mayur pokale in Hindi Novels
भाग 2 _ राज के पर्देरिया की आंख खुली। उसने खुद को एक अस्पताल के बिस्तर पर पाया। उसकी मां, सुनीता, उसका हाथ थामे पास बैठी...
ब्रम्हदैत्य by mayur pokale in Hindi Novels
भाग 3_ मूल्य-अमूल्यसुबह की हल्की धूप फैल रही थी।रिया, अपनी मां और छोटे भाई आयुष के साथ, राहुल को बाय कहकर घर की ओर बढ़ र...
ब्रम्हदैत्य by mayur pokale in Hindi Novels
️ भाग 4 – गांव की राहें  चांडालेश्वर बाबा की कुटियाऑटो सड़कों को पीछे छोड़ता जा रहा था।रिया की माँ सुनीता, अपने बेटे आयु...
ब्रम्हदैत्य by mayur pokale in Hindi Novels
भाग  5– हमलाशाम के लगभग पाँच बज चुके थे। आसमान पर सूरज ढलने लगा था और हलकी नारंगी रोशनी सड़क पर बिखर गई थी। रिया, उसकी म...