धूमकेतू by mayur pokale in Hindi Novels
अंधेरे का समय था।रामपुर नाम का एक छोटा-सा गांव गहरी नींद में डूबा हुआ था। मगर अजय अब भी जाग रहा था। किसी चीज़ पर ध्यान ल...
धूमकेतू by mayur pokale in Hindi Novels
अजय दौड़कर जाता हैं और नहाने से पहले जो पैंट उसने पहनी हुई थी उस पैंट के जेब मैं हाथ डालकर उस पत्थर को निकालता हैं। लेकि...
धूमकेतू by mayur pokale in Hindi Novels
धूमकेतु – भाग 3: सच्चाईचारों ओर सन्नाटा।पुलिस की गाड़ियों की लाइटें अब भी टिमटिमा रही थीं। लोग अभी भी सदमे में थे।अजय की...