Three best forever - 16 in Hindi Comedy stories by Kaju books and stories PDF | थ्री बेस्ट फॉरेवर - 16

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थ्री बेस्ट फॉरेवर - 16

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( >💜💌💜 हेलोला दोस्तो मैं स्टोरी का चौकीदार बंकू लेकर प्रकट हु next ep पढ़ो और मौज मस्ती करो हमारी हिरोइन मस्ती की तरह 

"लेकिन शिकायत तो सच में है ये सभी का रूम एक जैसा क्यू है पहचानने में दिक्कत नहीं होगी क्या?" स्ट्रॉन्ग अपनी बात रखा। तो सभी उसे ऐसे देखे जैसे वो कोई मानसिक रोगी हो। अब आगे,,,,

प्रिंसिबल सर सख्ती से "याददस्त तो सही है ना तेरा" 

"बिल्कुल सही है सर क्यू,,,?क्या हुआ?" स्ट्रॉन्ग हैरानी से सवाल किया ।

"रूम की चाबी है सबके पास उसमे रूम no लिखा है फिर कैसे दिक्कत हो सकती हैं दिमाग से सोच थोड़ा बैल बुद्धि" ज्ञानेद्रीय सर सख्ती से बोले।

"होगा तो सोचेगा ना सर" मस्तानी रियूमा एक साथ तीर की तरह ताना कसी तो वही स्ट्रॉन्ग का मुंह बन गया।

"बहस बाजी बाद में पहले चलो पेट पूजा कर लेते है" प्रिंसीबल सर ने सख्ती से आदेश देते हुए कहा।

सभी नहा धोकर साफ सुथरा होकर एक  बार फिर भुत बंगला में प्रवेश किए खाना पीना ठूंसने के लिए। 

सभी जैसे ही अन्दर एंट्री लिए सामने दो वेटर प्रकट हुए जिन्हे देखते ही डरपोक लोग चीख पड़े क्योंकि उनमे से एक ने डरावना नॉनवेज वाला कॉस्ट्यूम पहना था और दूसरे ने एंजल वेज खाने का कॉस्ट्यूम पहना था। 

दोनो वेटर ग्रीट करते हुए

नॉनवेज वेटर "आपमें से जो जो मासाहारी हैं कृपया मुझे फॉलो करें" 

वेज वेटर "और शाकाहारी कृपया मुझे फॉलो करें" 

सभी समझ जाते हैं और उन्हें फॉलो करते हुए आगे बढ़ते हैं।

स्ट्रॉन्ग, मनीष, उत्साह, विजेंद्र सर और मोहिंता मेम को छोड़ सभी नॉनवेज वेटर के पिछे जानें लगे लेकिन धनेशी मनीष को इंप्रेश करने के चक्कर मे झूठी शाकाहारी बन गई और उससे चिपक कर खड़ी हो गईं। 
किसी का ध्यान नही गया तभी उसके टच करते ही मनीष उसे हैरानी से  देखा और सवाल किया "तुम शाकाहारी हो ?" 

"ह हा बिलकुल तुम्हारी तरह" धनेशी साफ झूठ बोली। पर बिचारी को पता नहीं की उसका झूठ उसकी बनी बनाई इज्जत की धज्जियां उड़ाने वाली है।

नॉनवेज वेटर के पीछे सब जा रहे थे की मेकअप पोत रही रिचा को राहुल का धक्का लगा जिससे वो लड़खड़ा गई और उसका छोटा सा मेकअप किट गिरते गिरते बचा उसे गुस्सा आया वो राहुल को धनेशी समझ कर चिल्लाई "ओ माय गॉड,,,मेरा पाच हजार का मेकअप किट अभी टूट जाता,,,देख कर चल ना यार धने,,," और बोलते हुए जैसे ही सामने देखी चुप रह गई। 
धनेशी की जगह राहुल को देख आखें बड़ी कर "तुम,,,तुम मेरे बगल में क्या कर रहे,,,?धनेशी कहा है?" 

राहुल आईब्रो उचका कर "मुझसे क्या पूछ रही हाथ में हाथ डाले तो तुम दोनो घूमती हो" 
ये सुन रिचा आखें चढा कर उसे घूरती है।

"हाय रे तेरे मेकअप का जलवा अपने दोस्त को ही खो दी" मस्तानी रिचा को चिढ़ाती है।

रिचा घूर कर उसे देखती है और इधर उधर देखने लगती जिससे धनेशी उसे वेज वेटर के पिछे जाते हुए दिख जाती हैं और उस तरफ भागती है।

"लगता है ये रिचा भी धनेशी की तरह शाकाहारी प्राणी है" मस्तानी अपना दिमाग चलाते हुए बोली।

"नही दोनों मासाहारी प्राणी है" राहुल कन्फ्यूज होकर जवाब दिया।

"तो क्या बकरा शाही कबाब खाने गए वेज वेटर के पीछे? और तू कन्फ्यूज शक्ल काहे बनाया है?" मस्तानी मुंह बनाकर बोली।

"यही तो,,,मैं सोच रहा की ये दोनो वेज वेटर के पीछे क्यू गई?" राहुल अपनी कन्फ्यूजींग बताया।

"मनीष से चिपक रही और क्या कर रही" रियुमा जो कब से मनीष और धनेशी को घुर रही थी मुठ्ठी भींच कर रुडली जवाब दी।

सभी उस तरफ़ देखे धनेशी मनीष से चिपक कर बतियाते हुए जा रही थी तो वही मनीष उससे छुटने की कोशिश कर रहा था । तभी

रिचा वहा चिल्लाते हुए पहुंची "ओए धनेशी रुक जा उस तरफ नही इस तरफ़ जाना है" आवाज सुन सभी चलते चलते रुक गए। 

"तुम भी शाकाहारी हो चलो अच्छा है" मनीष धनेशि पीछा छुटने की खुशी से छलक उठा।

"शाकाहारी no वे no" रिचा की बात सुन सभी  ना समझी से उसे घूरने लगे तो वही धनेशी घबराई हुई इशारों में रिचा को चुप रहने को बोल रही थी पर रिचा समझ ही नहीं पाई और आगे बोली "मै मासाहारी हु और धनेशी भी बिचारी तो तुम्हारे कारण रास्ता भटक गई वरना किसी की औकात नहीं जो इसे नॉनवेज खाने से दूर ले जा सके" 

सभी हैरानी रह गए और धनेशी को आखें छोटी कर घूरने लगे।

"अ,,वो मैं,,मैं वो,,," धनेशी हड़बड़ाए हुए बोल रही थी की

"बेटा लॉक डाउन खत्म हो गया आगे भी बोलो" प्रिंसीबल सर   ताना बाना कसे तो 
धनेशी मै मैं कर बहाना बना दी "मैं मै,,हा मै जानना चाहती थी वेज खानें में यहां क्या बनता है बस इसलिए,,," 

"बस इसलिए झूठ बोली? और कुछ नहीं सच में?" मनीष  हैरानी से सवाल किया। 

"हा और कुछ नहीं बस इसलिए हा बस इसलिए सच्ची" धनेशी एक ही सास में फट से बोली।

"इतनी छोटी सी बात के लिए झूठ बोलने की क्या जरूरत थी तुम तो ऐसे ही देख सकती थीं कोई मनाही नहीं है आख़िर घूमने ही तो आए हो" ज्ञानेद्रीय सर ने सख्ती से चिल्लाते हुए कहां तो धनेशी के साथ सभी सहम गए। 

ज्ञानेद्रीय सर आगे कुछ बोलते की 

"कोई बात नहीं सर जाने दीजिए वैसे भी यहां सब पहली बार आए हैं तो किसी को यहां की कोई जानकारी भी तो नहीं है प्लीज जाने दीजिए" मनीष रिक्वेस्ट करते हुए बोला।
"प्लीज जाने दीजिए ना सर बच्चे हैं हो गई गलती" विजेंद्र सर हस्ते हुए बोले। ज्ञानेद्रिय सर उन्हे घूरते हुए मुंह फेर लिए।

"और गलती तो बच्चों से ही होती हैं ना" मोहिंता मेम नर्मी से उन्हे समझाते हुए बोली।
इतना सुन ज्ञानेद्रीय सर सब को फूल इग्नोर कर दिए और बोले "चलो वेटर जिसे भूख लगी होगी वो तुम्हारे पिछे पिछे आ जाएगा" 
दोनो  वेटर उनकी बात सुन एक दूसरे को देखे फिर आगे बढ़ने लगे और ज्ञानेद्रीय सर नॉनवेज वेटर के पीछे चल दिए।

"ओए दोनो चिपकालियो चलो जल्दी वरना ज्ञानेद्रीय सर सिर्फ खुद को वेटर के पीछे पाकर राक्षस बन नॉनवेज में हमे ही खा जाएंगे" मस्तानी की इतनी सी बात सुन सभी उनके राक्षस अवतार की इमेजिंग करने लगे। 
डायनासोर से भी बड़े और हाथी घोड़े जीतने बड़े बड़े दात नाखून समूद्र भी उनके सामने छोटा सा मछली तालाब जिसमे तैर रहे सारे स्टूडेंट को मछली की तरह पकड़ पकड़ कर खा रहे थे। ये इमेजिन कर सभी की रूह अंदर तक काप उठी और सभी घबराते हड़बड़ाते अपने अपने रास्ते चल दिए।

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( >💜💌💜 कैसा लगा ep? और क्या होगा आगे? जानने के लिए बने रहे स्टोरी के साथ जल्द ही मिलेंगे next ep के साथ।